लॉरेंस बिश्नोई के नाम का खौफ! पाकिस्तानी गैंगस्टर को दुबई में भी सता रहा डर; इंटरव्यू में किए ये खुलासे

पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी ने दावा किया है कि लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क पाकिस्तान तक फैला है और वह खुद भी लॉरेंस के लोगों से डरा हुआ है.

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Km Jaya

नई दिल्ली: लॉरेंस बिश्नोई का नेटवर्क भारत ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कितना फैला हुआ है, इसका खुलासा एक पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी के दावे से हुआ है. भट्टी ने कहा है कि पाकिस्तान में भी कई लोग लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करते हैं. पहलगाम हमले के बाद से उसे डर सता रहा है कि लॉरेंस पाकिस्तान में किसी बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. 

शहजाद भट्टी के मुताबिक लॉरेंस का नेटवर्क दुबई से लेकर जर्मनी और पाकिस्तान तक फैला हुआ है और उसके लोग उसके परिवार की टारगेट किलिंग भी कर सकते हैं. यही वह शख्स है जिसने सोशल मीडिया के जरिए भारत में युवाओं को हथियार और पैसे देकर लॉरेंस के खिलाफ भड़काया और उन्हें रिक्रूट किया.

आतंकियों के चैट में क्या मिला?

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भट्टी से जुड़े तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है जिनमें मध्य प्रदेश के दतिया निवासी विकास प्रजापति, पंजाब के फिरोजपुर निवासी हरगुनप्रीत सिंह और यूपी के बिजनौर के मच्छमार गांव का आसिफ शामिल है. इनके फोन से पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ चैट, टारगेट की रेकी विडियो और अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिली है.

शहजाद भट्टी ने इंटरव्यू में क्या बताया?

सूत्रों के मुताबिक शहजाद भट्टी लगातार वीडियो जारी कर लॉरेंस को धमकी दे रहा है, लेकिन असल में वह खुद डरा हुआ है. उसे डर है कि दुबई में लॉरेंस के लोग उसे मार सकते हैं. इसी वजह से भट्टी दुबई में रहते हुए भी वहां होने का दावा नहीं कर रहा और पाकिस्तान भी नहीं लौट रहा है. 

उसने एक इंटरव्यू में स्वीकार किया है कि पाकिस्तान में उसके खिलाफ लॉरेंस के खरीदे हुए लोग मौजूद हैं. भट्टी की पत्नी और परिवार दुबई और पाकिस्तान में रहते हैं और उसे अपनी तथा परिवार की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता है.

किन लोगों से हैं भट्टी की नजदीकियां?

भट्टी की गोल्डी बराड़ के साथ गहरी नजदीकी भी सामने आई है. सूत्रों का कहना है कि भट्टी के तार दाऊद इब्राहिम के अंडरवर्ल्ड से भी जुड़े हैं और वह गोल्डी बराड़ तथा रोहित गोदारा की मदद से पंजाब और दिल्ली एनसीआर में नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रहा है. 

जांच से यह भी सामने आया है कि लॉरेंस गैंग पहले से ज्यादा मजबूत हो चुका है. एन्क्रिप्टेड ऐप्स, विदेशी हैंडलर्स, चीनी हथियारों की फंडिंग और ड्रोन के जरिए हथियारों की सप्लाई ने उसके इंटरनेशनल क्राइम सिंडिकेट को और खतरनाक बना दिया है.