इंडोनेशिया में खनन स्थल पर भूस्खलन, 9 की मौत, 12 घायल
इंडोनेशिया में खनन दुर्घटनाएं आम हैं, क्योंकि अक्सर सुरक्षा नियमों की अनदेखी की जाती है. पिछले साल जुलाई में सुलावेसी द्वीप पर एक अवैध सोने की खदान के पास भूस्खलन में 23 लोगों की मौत हुई थी और 35 लोग लापता हो गए थे.
30 मई को इंडोनेशिया के सिरबोन, पश्चिम जावा प्रांत में गुंगुंग कूडा के एक चूना पत्थर खदान में भूस्खलन ने तबाही मचाई, जिसमें कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए. स्थानीय समयानुसार सुबह 9:30 बजे हुए इस हादसे में 10 लोग अभी भी लापता हैं. पुलिस के अनुसार, बचाव दल घटनास्थल पर लगातार तलाशी और निकासी कार्य में जुटे हैं.
बचाव कार्य और चुनौतियां
स्थानीय पुलिस प्रमुख ने एएफपी को बताया, "हमारा ध्यान अभी पीड़ितों को निकालने पर है. अब तक आठ लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं, और 12 अन्य घायल लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है." टेलीविजन फुटेज में दिखाया गया कि बचावकर्मी मलबे में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं, जबकि उत्खनन यंत्र बड़े-बड़े पत्थरों को हटा रहे हैं.
अवैध खनन और सुरक्षा की कमी
पश्चिम जावा के गवर्नर देदी मुल्यादी ने बताया कि यह खदान अवैध रूप से संचालित हो रही थी और सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया. उन्होंने खदान को बंद करने का आदेश दिया. "मैंने इस खदान को स्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया है, न केवल इस खदान को बल्कि आसपास की अन्य खदानों को भी," देदी ने मेट्रो टीवी को बताया. गौरतलब है कि फरवरी में भी इस खदान में इसी तरह का हादसा हुआ था, हालांकि तब कोई हताहत नहीं हुआ था.
इंडोनेशिया में खनन दुर्घटनाओं का खतरा
इंडोनेशिया में खनन दुर्घटनाएं आम हैं, क्योंकि अक्सर सुरक्षा नियमों की अनदेखी की जाती है. पिछले साल जुलाई में सुलावेसी द्वीप पर एक अवैध सोने की खदान के पास भूस्खलन में 23 लोगों की मौत हुई थी और 35 लोग लापता हो गए थे.