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रफाह को इजरायल ने दिया 'लास्ट चांस'! आखिर क्या हैं बेंजामिन नेतन्याहू के खतरनाक मंसूबे?

Israel Hamas War: इजरायल ने स्पष्ट कहा है कि वह रफाह में अपने जमीनी ऑपरेशन के लिए पूरी तरह से तैयार है. इजरायल ने बंधकों की रिहाई को लेकर हमास को अंतिम चेतावनी भी दी है.

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Israel Hamas War

Israel Hamas War: मध्य एशिया में तनाव और लगातार बढ़ते संघर्ष के कारण आम लोगों का जीवन दुश्वार हो गया है. इजरायली सेना ने रफाह में अपने ऑपरेशन को लेकर अंतिम चेतावनी दी है. इजरायल ने मध्यस्थता कर रहे मिस्र के प्रतिनिधियों से स्पष्ट कहा है कि वे बंधकों की रिहाई वाले समझौते को लेकर हमास के नेतृत्व को समझाएं और उससे इस पर अमल करने के लिए कहें. यह उनके लिए आखिरी मौका है. इसके बाद इजरायली सैन्य बल रफाह में अपना जमीनी ऑपरेशन आरंभ कर देंगे. दक्षिणी गाजा और मिस्त्र की सीमा से लगा रफाह शहर लाखों शरणार्थियों का घर है. 

द टाइम्स ऑफ इजरायल की खबर के अनुसार, मिस्र और इजरायल के हाई लेवल डेलिगेशन के बीच बंधकों की रिहाई और रफाह में इजरायली सेना के अप्रत्याशित हमलों को लेकर की गई अंतिम बातचीत शुक्रवार को समाप्त हो गई. इस दौरान इजरायल ने साफ तौर पर कहा है कि यह उनके पास अंतिम मौका था कि वे इजरायली सेना के रफाह में संभावित सैन्य ऑपरेशन को टाल सकते थे. 

हमास पर बनाया जा रहा दबाब

इजरायल के  वाई नेट न्यूज की खबर के मुताबिक, इजरायल और इजिप्ट के बीच वार्ता में शामिल रहे एक अधिकारी के मुताबिक, इजरायली सेना रफाह में ऑपरेशन को लेकर आक्रामक मुद्रा में है और समझौते के विकल्प पर न पहुंचने की स्थिति में वह कभी भी अपना ऑपरेशन शुरु कर सकती है. इजरायल के गंभीर रवैये को देखते हुए इजिप्ट की ओर से हमास नेतृत्व पर समझौता मानने का दबाब बनाया जा रहा है. 

इजिप्ट क्यों है परेशान? 

अंतिम समझौते पर पहुंचने के लिए मिस्त्र का दल इजरायल में ही ठहरा हुआ है. मिस्र की कोशिश है कि किसी तरह दोनों पक्षों के बीच एक प्रभावी युद्धविराम समझौता कराया जाए जिससे होने वाली व्यापक मानवीय तबाही को टाला जा सके. मिस्र इजरायल के रफाह प्लान से इसलिए चिंतित है क्योंकि रफाह शहर उसकी सीमा से जुड़ा है. गाजा में इजरायली सेना के ऑपरेशन के बाद लाखों की संख्या में फिलिस्तीनी शरणार्थी वहां पहुंचे हैं और शरण तलाश रहे हैं.