Middle East crisis: ईरान पर इसराइल का हमला मिडिल ईस्ट में जारी तनाव की कड़ी में सबसे ताज़ा घटना है. इस बीच इजरायल ने बीते शनिवार (26 अक्टूबर) की सुबह इसराइल ने ईरान पर "सटीक और निशाना लगाकर" हवाई हमले किए थे.हालांकि, इन हमलों से ईरान को हुए नुकसान पर बड़ी खबर सामने आई है. इस बीच अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक इज़रायली हवाई हमलों के बाद ईरान के सभी एयर डिफेंस सिस्टम खराब हो गए हैं.
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान पर इजरायली हमलों ने तेहरान के कई सबसे बेहतर हवाई अड्डों की सुरक्षा को प्रभावित किया है. दरअसल, शनिवार तड़के घंटों तक चले हमले के दौरान, इजरायली युद्धक विमानों ने ईरान पर हमला किया था. जहां इस हमले में ईरान का मिलेट्री बेस और रूसी एयर डिफेंस सिस्टम S-300 को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा एक चौथाई एयर डिफेंस सिस्टम भी प्रभावित हुए हैं. वहीं, एक इज़रायली अधिकारी ने कहा कि सभी एयर डिफेंस सिस्टम बेकार हो गए थे.
#BREAKING: The Wall Street Journal reports that all of Iran’s air defense systems are out of order following Israeli airstrikes
— Israel War Room (@IsraelWarRoom) October 28, 2024
चौपट हो गया ईरान का एयर डिफेंस सिस्टम
दरअसल, इजरायली ने शनिवार को ईरान में इजरायल पर की एयर स्ट्राइक ने ईरान की लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का उत्पादन करने की क्षमता को कमजोर कर दिया है, जिससे उबरना कठिन और समय लेने वाला होगा. ऐसे में महत्वपूर्ण ऊर्जा सुविधाओं को भविष्य के हमलों के लिए असुरक्षित बना दिया है, क्योंकि इससे उनकी रक्षा करने वाली वायु रक्षा बैटरियां नष्ट हो गई हैं.
जानें इजरायली एयर स्ट्राइक में ईरान को क्या पहुंचा नुकसान?
इस बीच न्यूयॉर्क टाइम्स ने तीन अज्ञात ईरानी अधिकारियों - जिनमें से एक देश के तेल मंत्रालय से है. उनके हवाले से बताया कि हवाई सुरक्षा पर हमलों से ईरान में "गहरी चिंता" पैदा हो गई है, क्योंकि इससे खुज़स्तान प्रांत की अबादान तेल रिफाइनरी, बंदर इमाम खुमैनी पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स और एक निकटवर्ती प्रमुख बंदरगाह, साथ ही इलम प्रांत में तांगे बिजार गैस क्षेत्र भी असुरक्षित हो गए हैं. इसके अलावा, रिपोर्ट में ईरानी अधिकारियों और तीन इज़रायली अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि हमलों ने तेहरान के इमाम खुमैनी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और राजधानी के पास मलाड मिसाइल बेस पर तीन रूसी निर्मित एस-300 एयर डिफेंस सिस्टम को निष्क्रिय कर दिया.