Iran Israel Conflict: क्या खत्म होने वाला है अयातुल्ला खमेनेई का 3 दशक पुराना शासन? ईरान के सुप्रीम लीडर ने चुने उत्तराधिकारी

Iran Israel Conflict: रूस ने अपराधियों को यूक्रेन पर हमले में भर्ती किया था. वहीं, ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में तीन धार्मिक नेताओं को नामित किया है, अपने बेटे को दरकिनार करते हुए. सुरक्षा कारणों से कई कदम उठाए गए हैं.

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Anvi Shukla

Iran Israel Conflict: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खमेनेई ने अपनी संभावित हत्या के खतरे के बीच अगला नेतृत्व तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. 86 वर्षीय खमेनेई ने तीन धर्मगुरुओं के नाम संभावित उत्तराधिकारियों के रूप में सुझाए हैं, जिनमें उनका बेटा मोजतबा शामिल नहीं है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार , खमेनेई ने सेना की ऊपरी कमान में भी कई संभावित बदलाव तय किए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में सत्ता संचालन बना रहे.

इजराइल की धमकी और खुफिया गतिविधि

इजराइल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज़ द्वारा यह कहे जाने के बाद कि 'सुप्रीम लीडर अब जीवित नहीं रह सकते,' ईरान में हलचल तेज हो गई. इसके बाद खमेनेई ने अपने उत्तराधिकार को लेकर अहम कदम उठाए.

रिपोर्ट के अनुसार, खमेनेई इस समय किसी अज्ञात स्थान पर छिपे हुए हैं और सिर्फ एक विश्वस्त सहायक के माध्यम से ही अपने सैन्य अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं. ईरान की खुफिया एजेंसी ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक संचार से बचने का निर्देश दिया है.

मोजतबा को क्यों नहीं चुना गया?

खमेनेई के बेटे मोजतबा, जो स्वयं एक धर्मगुरु हैं और ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड से भी नजदीकी रखते हैं, को उत्तराधिकारी सूची से बाहर रखा गया है. यह तब और चौंकाने वाला है जब पिछला उत्तराधिकारी माने जा रहे राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी पिछले साल हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए थे.

रिपोर्ट में बताया गया है कि खमेनेई अब अपनी मौत को शहादत मानते हैं और चाहते हैं कि उनके बाद सत्ता का हस्तांतरण 'शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित' ढंग से हो, जिससे उनकी विरासत सुरक्षित रह सके. हालांकि इन तमाम घटनाओं के बावजूद, ईरान की शासन व्यवस्था अभी भी काम कर रही है और सत्ता के गलियारों में विद्रोह या असहमति के कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिख रहे हैं.