नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक दर्दनाक सड़क हादसे में आठ महीने की गर्भवती भारतीय मूल की महिला की मौत हो गई. 33 वर्षीया समन्वय धारेश्वर अपने पति और तीन साल के बेटे के साथ शाम की सैर पर निकली थीं तभी तेज रफ्तार में आ रही बीएमडब्ल्यू कार ने उनकी जिंदगी छीन ली. पुलिस के अनुसार यह हादसा हॉर्न्सबी इलाके में जॉर्ज स्ट्रीट पर रात करीब आठ बजे हुआ.
एक किआ कार्निवल कार ने धारेश्वर और उनके परिवार को रास्ता देने के लिए अपनी गति धीमी की थी लेकिन पीछे से आई तेज रफ्तार बीएमडब्ल्यू ने किआ को जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर का प्रभाव इतना तेज था कि किआ कार आगे बढ़ी और पैदल रास्ता पार कर रहीं धारेश्वर को बुरी तरह घायल कर दिया.
पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के बाद धारेश्वर गंभीर रूप से घायल हो गईं और तुरंत वेस्टमीड अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टर उन्हें और उनके अजन्मे बच्चे को नहीं बचा सके. बताया गया कि धारेश्वर जल्द ही अपने दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली थीं. यह हादसा स्थानीय समुदाय के लिए भी बेहद दुखद साबित हुआ है. वह आईटी क्षेत्र में काम करती थीं और एक कुशल सिस्टम एनालिस्ट के रूप में जानी जाती थीं.
उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार वह बिजनेस एप्लिकेशन एडमिनिस्ट्रेशन और सपोर्ट में विशेषज्ञ थीं और एलकॉ यूनिफॉर्म्स में टेस्ट एनालिस्ट के रूप में काम कर रही थीं. पुलिस ने बताया कि बीएमडब्ल्यू चलाने वाला 19 वर्षीय आरोन पापाजोगलू एक पी प्लेट ड्राइवर था जिसका लाइसेंस प्रोविजनल कैटेगरी में आता है. हादसे के बाद वह और किआ कार का चालक दोनों बिना किसी चोट के बच गए.
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि धारेश्वर के पति और तीन वर्षीय बेटे को किसी प्रकार की चोट आई या नहीं. पुलिस ने जांच के बाद चालक को उसके घर वाहरूंगा से गिरफ्तार कर लिया. उस पर खतरनाक ड्राइविंग से मौत, लापरवाही से ड्राइविंग में मौत और गर्भस्थ शिशु की जान लेने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं.
मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत ने आरोपी को जमानत देने से इनकार कर दिया. उस पर संभवतः 2022 में न्यू साउथ वेल्स (NSW) में लागू किए गए जो कानून के तहत मुकदमा चलाया जाएगा. यह कानून उन अपराधों के लिए कठोर दंड का प्रावधान करता है जिनसे अजन्मे बच्चे की मृत्यु हो जाती है, और दोषी पाए जाने पर अपराधियों को खतरनाक या लापरवाही से गाड़ी चलाने की सजा के अलावा तीन साल तक की अतिरिक्त जेल की सजा हो सकती है.