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India Daily

'काश वह मर जाए', क्रिसमस पर जेलेंस्की ने मांगी पुतिन की मौत की दुआ?

यह दुआ मंगलवार को क्रिसमस की पूर्व संध्या से ठीक पहले रूस द्वारा यूक्रेन के कई क्षेत्रों में किए गए एक बड़े मिसाइल हमले के बाद आई.

Gyanendra Sharma
'काश वह मर जाए', क्रिसमस पर जेलेंस्की ने मांगी पुतिन की मौत की दुआ?
Courtesy: Photo-Social Media

कीव: क्रिसमस की पूर्व संध्या पर यूक्रेन के लोगों को संबोधित करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मृत्यु की कामना की, हालांकि उन्होंने पुतिन का नाम नहीं लिया. क्रिसमस के दौरान रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले किए जाने से दोनों देशों में नए सिरे से अशांति फैल गई है.

जेलेंस्की ने कहा, "प्राचीन काल से यूक्रेनियन मानते आए हैं कि क्रिसमस की रात को आसमान खुल जाता है. और अगर आप उन्हें अपना सपना बताते हैं, तो वह जरूर सच हो जाता है. आज हम सब एक ही सपना देखते हैं. और हम सब एक ही दुआ करते हैं  हम सबके लिए  काश वह मर जाए."

क्रिसमस की पूर्व संध्या से ठीक पहले रूस की तरफ से हुआ हमला

यह दुआ मंगलवार को क्रिसमस की पूर्व संध्या से ठीक पहले रूस द्वारा यूक्रेन के कई क्षेत्रों में किए गए एक बड़े मिसाइल हमले के बाद आई. समाचार प्रकाशन इंडिपेंडेंट के अनुसार, इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई और देश में बड़े पैमाने पर बिजली गुल हो गई.

रूस ने यूक्रेन पर 131 ड्रोन दागे

इसके अलावा, क्रिसमस के दिन भी हमले देखने को मिले जब रूस ने यूक्रेन पर 131 ड्रोन दागे. हालांकि यूक्रेनी रक्षा बलों ने अधिकांश ड्रोनों को मार गिराया, लेकिन एबीसी न्यूज के अनुसार, लगभग 22 ड्रोन 15 क्षेत्रों में गिरे. ज़ेलेंस्की ने त्योहार के दौरान हुए हमलों के लिए रूस की कड़ी निंदा की. उन्होंने शांति प्रयासों के प्रति देश के इरादे पर भी सवाल उठाया.

जेलेंस्की ने नागरिकों से हमलों के खिलाफ डटकर खड़े रहने का आग्रह किया. उन्होंने उन लोगों के प्रति आभार भी व्यक्त किया जिन्होंने अपनी जान की कीमत पर भी यूक्रेन के हितों की रक्षा की. उन सभी वीर शहीदों के लिए जिन्होंने अपनी जान की कीमत पर यूक्रेन की रक्षा की. उन सभी के लिए जिन्हें रूस ने कब्जे में लेकर भागने पर मजबूर किया. उन लोगों के लिए जिनके लिए हालात कठिन हैं, लेकिन जिन्होंने यूक्रेन को अपने भीतर से नहीं खोया है और इसलिए यूक्रेन उन्हें कभी नहीं खोएगा. आज हम कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. हम अंधेरे में अपना रास्ता नहीं भटकेंगे.