अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का बहुप्रतीक्षित ट्रम्प कार्ड जो विदेशियों को सरकार को 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करने के बदले में अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने का मार्ग प्रदान करता है अब व्यापार के लिए खुल गया है.
इसे "गोल्ड कार्ड" के नाम से भी जाना जाता है ट्रम्प ने इसे कुछ हद तक ग्रीन कार्ड जैसा बताया है.
आज ट्रुथ सोशल पर इसकी घोषणा करते हुए ट्रंप ने दावा किया कि पांच मिलियन डॉलर में लोग उस चीज तक पहुंच सकते हैं जिसे वे "ट्रंप कार्ड" कहते हैं. उन्होंने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा, 'हजारों लोग फोन करके पूछ रहे हैं कि वे दुनिया के सबसे महान देश और बाजार तक पहुंच बनाने के लिए एक खूबसूरत सड़क पर कैसे साइन अप कर सकते हैं.' हालांकि, ट्रम्प के सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार गोल्ड कार्ड किसी को भी अमेरिकी नागरिकता की गारंटी नहीं देता है, बल्कि यह केवल सबसे महान देश तक पहुंच प्राप्त करने का एक सुंदर मार्ग है.
ट्रम्प ने कहा है कि उन्हें कांग्रेस की मंजूरी की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि "गोल्ड कार्ड" खरीदारों को नागरिकता प्रदान नहीं करता बल्कि केवल नागरिकता प्राप्त करने का मार्ग प्रदान करता है. स्थायी निवास प्राप्त करने का सबसे आम तरीका है, जिसमें कम से कम 18 वर्ष की आयु के व्यक्ति को इसके लिए आवेदन करने से पहले कम से कम पांच साल तक अमेरिका में रहना आवश्यक है. कानून के अनुसार आवेदक के पास बुनियादी अंग्रेजी संचार कौशल होना चाहिए और उसका अच्छा नैतिक चरित्र होना चाहिए.
इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने दावा किया था कि अमेरिका के लिए 5 मिलियन डॉलर का गेटवे अमेरिकी अर्थव्यवस्था में भाग लेने के इच्छुक भारतीयों के बीच हिट होगा. 5 मिलियन डॉलर (43,56,14,500.00 भारतीय रूपये) की कीमत का मतलब है कि केवल भारत के सुपर-रिच और बिजनेस टाइकून ही अमेरिकी नागरिकता पाने के लिए इतना खर्च उठा सकते हैं.