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India Daily

सोना-चांदी में 12 साल की सबसे बड़ी गिरावट! ग्लोबल मार्केट में मचा हड़कंप

Gold-Silver Price fall: रिकॉर्ड ऊंचाई के बाद सोना और चांदी में तेज गिरावट आई है. मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 6.3% और चांदी 7.1% टूट गए, जो 12 साल की सबसे बड़ी गिरावट है. भारतीय बाजार में भी गुरुवार को गिरावट की संभावना है. दिवाली के बाद आए इस करेक्शन में निवेशकों को धैर्य बनाए रखने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि लंबी अवधि में मांग मजबूत बनी रहेगी.

Gold Price
Courtesy: AI

Gold-Silver Price fall: रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सोना और चांदी अब तेज़ गिरावट के दौर से गुजर रहे हैं। ग्लोबल मार्केट में मंगलवार को आई ऐतिहासिक गिरावट के बाद अब भारतीय बाजार (MCX) में भी गुरुवार, 23 अक्टूबर को तेज गिरावट देखने की संभावना जताई जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये गिरावट भले ही तात्कालिक हो, लेकिन निवेशकों के लिए यह सावधानी और धैर्य का समय है.

सोने-चांदी में रिकॉर्ड गिरावट

पिछले सप्ताह 17 अक्टूबर को सोना और चांदी दोनों ने भारतीय बाजार में ऑल-टाइम हाई स्तर छुआ था। इसके बाद से चांदी की कीमतों में लगभग 20,000 रुपये प्रति किलो और सोने में करीब 4,000 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आ चुकी है. विशेषज्ञों का कहना है कि MCX पर त्योहारी अवकाश के चलते कारोबार बंद था, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार गिरावट जारी रही। ऐसे में गुरुवार को भारतीय बाजार खुलने पर कीमतों में और बड़ी गिरावट देखी जा सकती है.

12 साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को सोने की कीमतों में 12 साल की सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान सोना 6.3% और चांदी 7.1% तक लुढ़क गई। बुधवार को भी यह गिरावट जारी रही, जो पिछले पांच सालों की सबसे तेज इंट्राडे गिरावट बताई जा रही है. यह गिरावट मुनाफावसूली के कारण आई, क्योंकि पिछले चार महीनों में सोने के दाम लगभग 3,300 डॉलर से 4,400 डॉलर प्रति औंस तक बढ़ गए थे.

लंदन और इंटरनेशनल मार्केट में झटका

लंदन ट्रेडिंग में सोना 4,100 डॉलर प्रति औंस के नीचे आ गया, जिससे मंगलवार की 5% गिरावट और बढ़ गई। बुधवार को गोल्ड और चांदी दोनों ने शॉर्ट टर्म सपोर्ट लेवल को तोड़ दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 4,046.96 डॉलर प्रति औंस और चांदी 48 डॉलर प्रति औंस तक आ चुकी है. यह भारी गिरावट अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच घबराहट और तेज मुनाफावसूली के संकेत देती है.

दिवाली के बाद गिरावट का दौर

विशेषज्ञों के मुताबिक, भारत में सोने की खरीदारी का सबसे बड़ा समय दिवाली सीजन होता है। इसके तुरंत बाद यह गिरावट सामने आई है. अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (GJC) के अध्यक्ष राजेश रोकड़े के अनुसार, पिछले महीनों में सोने में हुई एकतरफा तेजी के बाद अब यह स्वाभाविक करेक्शन है.

भारत में सोना 1.3 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम से गिरकर 1.28 लाख रुपये के स्तर पर आ गया है, जबकि चांदी में लगभग 12% की गिरावट आई है। इसके बावजूद, पिछले एक साल में सोना 70% और चांदी 85% तक बढ़ चुकी हैं.

एक्सपर्ट की राय - घबराएं नहीं, धैर्य रखें

केडिया कमोडिटीज के संस्थापक और निदेशक अजय केडिया ने चेतावनी दी कि निकट भविष्य में अस्थिरता बनी रह सकती है। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप, चीन और रूस के बीच होने वाली बैठकों का असर भी सोने पर दबाव बनाए रखेगा.  हालांकि, लंबी अवधि में सोने का रुझान सकारात्मक है, क्योंकि केंद्रीय बैंक अभी भी गोल्ड की आक्रामक खरीदारी कर रहे हैं। उनके अनुसार, “अगर सोना 50-100 डॉलर और गिर भी जाए, तो भी लंबी अवधि में इसकी मांग मजबूत बनी रहेगी।”