Pakistan Army chief: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने हाल ही में उन अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है, जिनमें कहा जा रहा था कि वह राष्ट्रपति पद की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. एक प्रमुख पाकिस्तानी मीडिया संस्थान की रिपोर्ट के मुताबिक, जनरल मुनीर ने साफ किया कि उनकी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है और वह केवल "देश के सैनिक" बने रहना चाहते हैं.
डेली जंग अखबार के वरिष्ठ संपादक सुहैल वराइच ने अपने हालिया लेख में बताया कि जनरल मुनीर ने अमेरिका की यात्रा के बाद ब्रुसेल्स में उनसे मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने यह बात कही. वराइच के मुताबिक, मुनीर ने ब्रुसेल्स में एक छोटी सी सभा में मंच से कहा, "ईश्वर ने मुझे देश का रक्षक बनाया है. मुझे इसके अलावा किसी और पद की इच्छा नहीं है." उन्होंने आगे कहा, "मैं एक सैनिक हूँ और मेरी सबसे बड़ी इच्छा शहादत है." हालांकि, जनरल मुनीर के कार्यालय ने इस बयान की आधिकारिक पुष्टि या खंडन नहीं किया है.
"God has made me protector. I do not desire any position": Pak Army Chief Asim Munir on his political ambitions
— ANI Digital (@ani_digital) August 17, 2025
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भारत और अफगानिस्तान को चेतावनी
वराइच के कॉलम में यह भी लिखा गया है कि जनरल मुनीर ने भारत द्वारा "प्रॉक्सी" के जरिए पाकिस्तान की शांति को भंग करने की कथित कोशिशों के खिलाफ चेतावनी दी. साथ ही, उन्होंने अफगानिस्तान को तालिबान को पाकिस्तान में धकेलने से रोकने की सलाह दी. मुनीर ने यह भी कहा कि पाकिस्तान, अमेरिका और चीन के बीच संतुलन बनाए रखेगा. वराइच के साथ बातचीत में उन्होंने कथित तौर पर कहा, "हम एक दोस्त के लिए दूसरे दोस्त की बलि नहीं चढ़ाएँगे."
पाकिस्तान में उठती रही है तख्तापलट की मांग
पाकिस्तान के सैन्य इतिहास में तख्तापलट और मार्शल लॉ की घटनाओं के कारण सैन्य नेताओं को लेकर अक्सर अटकलें लगाई जाती रही हैं. जनरल मुनीर की कथित राष्ट्रपति बनने की इच्छा की अफवाहें तब से सुर्खियों में हैं, जब से उन्हें फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया. वह इस पद को हासिल करने वाले पाकिस्तान के इतिहास में केवल दूसरे अधिकारी हैं, पहले थे अयूब खान, जिन्होंने देश का शासन संभाला था. हाल ही में जनरल मुनीर की अमेरिका यात्रा और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उनकी मुलाकात ने इन अफवाहों को और हवा दी.
जनरल मुनीर ने किया अफवाहों का खंडन
वराइच ने अपने कॉलम में लिखा कि जनरल मुनीर ने ब्रुसेल्स में उनकी दो घंटे की बातचीत में साफ़ किया कि राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री को बदलने की अफवाहें पूरी तरह से आधारहीन हैं. उन्होंने कहा कि ये अफवाहें न तो नागरिक और न ही सैन्य एजेंसियों द्वारा शुरू की गईं. मुनीर ने वराइच से कहा, "वास्तव में, इसके पीछे ऐसे तत्व हैं जो सरकार और अधिकारियों दोनों का विरोध करते हैं और राजनीतिक अराजकता पैदा करना चाहते हैं." इससे पहले भी मंत्री मोहसिन नकवी और सैन्य प्रवक्ता ने इन अफवाहों का कम से कम दो बार खंडन किया था.