Gaza Peace Summit: गाजा पीस समिट के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ उस समय सुर्खियों में आ गए जब उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की खुलकर तारीफ की और उन्हें शांति का प्रतीक बताया. शरीफ ने कहा कि इस समय दुनिया को राष्ट्रपति ट्रंप सबसे ज्यादा जरूरत है और भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराकर इतिहास रच दिया है. उन्होंने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के योग्य बताया. शरीफ ने कहा कि गाजा में युद्धविराम कराने में ट्रंप का योगदान बेहद सराहनीय है.
शरीफ के इस बयान पर ट्रंप मुस्कुराए और कहा कि ये उनके जीवन के सबसे सुंदर शब्दों में से एक हैं. ट्रंप ने मजाकिया लहजे में कहा कि अब कहने को कुछ बाकी नहीं रहा, चलिए घर चलते हैं. मगर इसके बाद उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए कहा कि भारत एक महान देश है, जिसके शीर्ष पर उनका एक अच्छा दोस्त है.. ट्रंप ने कहा कि मोदी ने शानदार काम किया है और वह भारत को और ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं. इस दौरान उन्होंने शहबाज शरीफ की ओर देखकर कहा कि उन्हें उम्मीद है पाकिस्तान और भारत भविष्य में बेहतर संबंध बनाए रखेंगे.
Pakistani Prime Minister @CMShehbaz praises @POTUS at the Gaza Peace Summit: "Mr. President, I would like to salute you for your exemplary leadership — visionary leadership — and I think that you're the man this world needed most at this point in time." pic.twitter.com/5ZR2xn5mzu
— Rapid Response 47 (@RapidResponse47) October 13, 2025Also Read
ट्रंप के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की आलोचना शुरू हो गई. कई पाकिस्तानी यूजर्स ने कहा कि शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश की बेइज्जती कर दी. वहीं भारतीय सोशल मीडिया पर लोग ट्रंप की मोदी को सच्चा दोस्त बताने वाली बात का स्वागत करते दिखे.
ट्रंप पहले भी कई बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने में अहम भूमिका निभाई थी. उनका कहना है कि जब भारत ने मई में कश्मीर पर पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, तब उन्होंने दोनों देशों को टैरिफ की धमकी देकर युद्धविराम के लिए मजबूर किया था. ट्रंप ने गाजा पीस डील के दौरान भी यही दावा दोहराया और कहा कि उनके नेतृत्व में दुनिया एक बार फिर शांति की दिशा में बढ़ रही है. भारत ने हमेशा ट्रंप के इन दावों को खारिज किया है और कहा है कि भारत की विदेश नीति पूरी तरह स्वतंत्र है. हालांकि, ट्रंप का मोदी को 'अच्छा दोस्त' कहना भारत-अमेरिका रिश्तों के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है.