'आपके और हमारे साथ भी गेम खेल रहे हैं अमेरिका ...', जर्मन चांसलर ने जेलेंस्की को दी चेतावनी, कॉल हुआ लीक

यूरोपीय नेताओं की एक लीक कॉल ने अमेरिका और राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों पर गहरे अविश्वास को उजागर किया है. जर्मन चांसलर मर्ज ने जेलेंस्की को चेताया कि अमेरिका गेम खेल रहा है.

@DonaldTrumpnq and @Tendar x account
Km Jaya

नई दिल्ली: यूरोप में एक और अहम कॉल लीक होने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज और अन्य यूरोपीय नेताओं की यह कॉल यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के साथ हुई बातचीत से जुड़ी बताई जा रही है. इस कॉल में सामने आया कि यूरोप के शीर्ष नेता अमेरिका और राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों को लेकर गहरे अविश्वास में हैं. 

कॉल के कंटेंट से यह भी स्पष्ट होता है कि यूरोपीय नेता यूक्रेन को लेकर अमेरिका की मंशा पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं. डेर स्पीगल और एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने कॉल के दौरान जेलेंस्की को चेताया कि आने वाले दिनों में उन्हें बेहद सतर्क रहने की जरूरत है. लीक ऑडियो में मर्ज कहते सुनाई देते हैं कि अमेरिकी आपके साथ भी और हमारे साथ भी गेम खेल रहे हैं. 

फ्रेडरिक मर्ज ने क्या दी चेतावनी?

मर्ज की यह चेतावनी यूरोप और अमेरिका के रिश्तों में बढ़ती अनिश्चितता को दिखाती है. रिपोर्ट के मुताबिक कॉल में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी चिंता जताई. मैक्रों ने कहा कि संभावना है कि अमेरिका सिक्योरिटी गारंटी को स्पष्ट किए बिना यूक्रेन को टेरिटरी के मामले में धोखा दे सकता है. यह बयान पश्चिमी देशों के बीच बढ़ रहे मतभेदों को उजागर करता है. जर्मन चांसलर ऑफिस और मैक्रों के कार्यालय ने इस लीक कॉल पर आधिकारिक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

फिनलैंड के राष्ट्रपति ने क्या कहा?

फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने भी कथित तौर पर कहा कि वे यूक्रेन और जेलेंस्की को अमेरिकी प्रतिनिधियों के साथ अकेला नहीं छोड़ सकते. लीक नोट्स में यह भी दर्ज है कि राष्ट्रपति ट्रंप के करीबी स्टीव विटकॉफ और जेरेड कुशनर के हालिया क्रेमलिन दौरे को लेकर भी यूरोपीय नेताओं में बेचैनी है.

इन कॉल्स में और किन चीजों पर हुआ जिक्र?

इन कॉल्स में NATO सेक्रेटरी जनरल मार्क रूट का भी जिक्र पाया गया. रूट ने कथित तौर पर नेताओं से कहा कि उन्हें हर हाल में जेलेंस्की की सुरक्षा करनी चाहिए. NATO की ओर से इन कॉल्स पर कोई कमेंट नहीं किया गया है. यह लीक कॉल यूरोप और अमेरिका के रिश्तों में दरार को दिखाती है.