Pak-Afghan Tension: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्हें 'युद्ध सुलझाना पसंद है', लेकिन उन्होंने यह भी बताया कि काबुल पर हमला इस्लामाबाद ने ही किया था. ट्रंप ने कहा कि अगर वह पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संघर्ष सुलझा लेते हैं, तो यह नौवां युद्ध होगा जिसे वह सुलझाएंगे.
ट्रंप ने कहा, 'हालांकि मैं समझता हूं कि पाकिस्तान ने हमला किया है, या अफगानिस्तान पर हमला हो रहा है. अगर मुझे इसे सुलझाना है, तो यह मेरे लिए आसान है. इस बीच, मुझे अमेरिका चलाना है लेकिन मुझे युद्ध सुलझाना पसंद है. जानते हो क्यों? मुझे लोगों को मारे जाने से रोकना पसंद है, और मैंने लाखों-करोड़ों लोगों की जान बचाई है.'
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है, जब से पाकिस्तान ने काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी टीटीपी के ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमला किया है. पाकिस्तान लगातार अफगानिस्तान पर टीटीपी आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाता रहा है, लेकिन तालिबान ने इन आरोपों से इनकार किया है. पाकिस्तान के हवाई हमले के बाद, अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने भी जवाबी कार्रवाई की और डूरंड रेखा पर कई पाकिस्तानी सैन्य चौकियों पर कब्जा कर लिया, जिसमें उनके कई सैनिक मारे गए.
#WATCH | US President Trump says, "I solved eight wars. Go to Rwanda and the Congo, talk about India and Pakistan. Look at all of the wars that we solved, and every time I solved, when they say If you solve the next one, you're gonna get the Nobel Prize. I didn't get a Nobel… pic.twitter.com/EWDq3EgApZ
— ANI (@ANI) October 17, 2025
इसने पाकिस्तानी सरकार को 48 घंटे के युद्धविराम का आह्वान करने पर मजबूर कर दिया. हालांकि, शुक्रवार को युद्धविराम समाप्त होने के साथ, पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर अफगानिस्तान पर हमला किया, जिसमें तीन अफगान क्रिकेटरों सहित आठ लोग मारे गए. इसके कारण अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पाकिस्तान के साथ त्रिकोणीय श्रृंखला रद्द करनी पड़ी, जिसमें श्रीलंका भी शामिल था.
इस बीच, ट्रम्प ने शुक्रवार को एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने पाकिस्तान और भारत के बीच चार दिनों से चल रहे संघर्ष को सुलझा लिया है. ट्रम्प ने बार-बार दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने का दावा किया है, लेकिन नई दिल्ली लगातार कहती रही है कि इस्लामाबाद के साथ मध्यस्थता में कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं था.
रिपब्लिकन नेता ने आठ युद्धों को सुलझाने के लिए 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार न मिलने पर भी दुख जताया. उन्होंने कहा, 'मैंने आठ युद्ध सुलझाए. रवांडा और कांगो जाइए, भारत और पाकिस्तान के बारे में बात कीजिए. उन सभी युद्धों को देखिए जिन्हें हमने सुलझाया, और हर बार जब मैंने सुलझाया, तो वे कहते हैं कि अगर आप अगला युद्ध सुलझाते हैं, तो आपको नोबेल पुरस्कार मिलेगा.' उन्होंने आगे कहा, 'मुझे नोबेल पुरस्कार नहीं मिला. यह किसी बहुत अच्छी महिला को मिला. मुझे नहीं पता कि वह कौन है, लेकिन वह बहुत उदार थी. मुझे इन सब बातों की परवाह नहीं है. मुझे बस लोगों की जान बचाने की परवाह है.'