विकास की आड़ में अंधे हुए चीन को हो रही परेशानी, बुलेट ट्रेन पर लगाना पड़ गया ताला!
China News: चीन ने हाई स्पीड रेल नेटवर्क वाले कई स्टेशनों को बंद करने का फैसला किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, यात्रियों के नदारद रहने और सुविधाओं के अभाव के कारण चीन को खासा वित्तीय नुकसान हो रहा था.
China News: चीन को अब अपने विकास से परेशान होने लगी है. ऐसा हम नहीं रिपोर्ट कह रही हैं. दरअसल चीन अब दुनिया की सबसे तेज चलने वाली बुलेट ट्रेन स्टेशनों को बंद कर रहा है. इन स्टेशनों को इसलिए बंद किया जा रहा है क्योंकि इन स्टेशन पर यात्री नदारत रहते हैं. चीन ने जब से इन स्टेशनों का निर्माण किया है वह तब से घाटे का ही सामना कर रहा है. चाइना बिजनेस जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, चीन कुल मिलाकर 26 हाई स्पीड रेल स्टेशन को बंद करने जा रहा है.
फायदा कम, नुकसान ज्यादा
रिपोर्ट के मुताबिक, इन स्टेशनों को बंद करने की सबसे बड़ी वजहें कम सुविधाएं, दूरी और कम यात्रियों की संख्या है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने कई शहरों में हाई-स्पीड रेल ढांचे में भारी-भरकम निवेश किया है लेकिन इससे उसे फायदा कम बल्कि नुकसान ज्यादा हुआ है. चीन के कई हाई स्पीड रेल स्टेशन या तो बंद हैं या कभी वे चालू ही नहीं हो पाए.
समय से नहीं चालू हुआ स्टेशन
हैनान डैनझोऊ हाईटो एक हाई स्पीड रेल स्टेशन है. इसे बनाने में लगभग 5.61 मिलियन डॉलर की रकम खर्च की गई. इसका प्रयोग पिछले सात सालों से नहीं किया गया है. स्थानीय अधिकारियों के ढुलमुल रवैये के कारण यहां यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी नहीं हुई. रिपोर्ट में कहा गया कि यदि यह स्टेशन चालू होता तो चीन को कम वित्तीय नुकसान होता.
गहरा रहा ऋण संकट
कई जानकारों ने कहा है कि चीन ने अंधाधुंध विकास करके अपने लिए परेशानी खड़ी कर ली है. यह अंधाधुंध विकास चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की प्रवृत्ति को दिखाता है. इस प्रवृत्ति के तहत चीन अपना प्रभाव दिखाने के लिए आवश्यकता से अधिक खर्च करता है. इस परियोजना में निवेश के लिए चीन ने स्थानीय सरकारों से ऋण भी लिया गया जिस वजह से ऋण संकट भी गहरा गया है.