नई दिल्ली: बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान 17 साल बाद गुरुवार यानी आज को ढाका लौट आए. उनकी वापसी को बांग्लादेश की राजनीति में एक बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है. तारिक रहमान अपनी पत्नी जुबैदा रहमान, बेटी जैमा रहमान और पालतू बिल्ली जीबू के साथ यूनाइटेड किंगडम से ढाका पहुंचे.
एयरपोर्ट पर हजारों की संख्या में बीएनपी समर्थकों और पार्टी नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. 60 वर्षीय तारिक रहमान पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे हैं. उनकी वापसी ऐसे समय हुई है जब फरवरी में होने वाले आम चुनाव से पहले बीएनपी मजबूत स्थिति में नजर आ रही है. पार्टी के भीतर और राजनीतिक हलकों में तारिक रहमान को प्रधानमंत्री पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है.
#WATCH | Dhaka | BNP (Bangladesh Nationalist Party) acting chairman Tarique Rahman, surrounded by supporters of BNP, enroute to the reception venue in Purbachal upon his arrival in bangladesh after living in exile in London for 17 years. Heavy security deployed. pic.twitter.com/HiNon9BF21
— ANI (@ANI) December 25, 2025
रिपोर्ट के मुताबिक बीएनपी समर्थक बनानी एयरपोर्ट रोड से पैदल मार्च करते हुए ढाका एयरपोर्ट पहुंचे. एयरपोर्ट पर बीएनपी की स्थायी समिति के सदस्यों ने उनका स्वागत किया. इसके बाद तारिक रहमान को विशेष रूप से मंगाई गई दो बुलेटप्रूफ गाड़ियों में से एक में बैठाकर पुरबाचल के 300 फीट इलाके में आयोजित स्वागत कार्यक्रम के लिए ले जाया गया. रास्ते के दोनों ओर पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक उनका अभिवादन करते नजर आए.
पार्टी का दावा है कि इस कार्यक्रम में करीब 50 लाख लोग जुट सकते हैं. मंच पर बीएनपी के वरिष्ठ नेता और प्रमुख हस्तियां मौजूद रहेंगी, लेकिन जनसभा को संबोधित केवल तारिक रहमान ही करेंगे.
अपने संबोधन के बाद तारिक रहमान एवरकेयर अस्पताल जाएंगे, जहां उनकी मां और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया पिछले एक महीने से इलाज करा रही हैं. इसके बाद रहमान परिवार गुलशन दो स्थित जिया परिवार के आवास फिरोजा जाएगा.
तारिक रहमान की वापसी को देखते हुए ढाका पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. हाल के दिनों में छात्र नेता शरीफ उस्मान बिन हादी की हत्या के बाद देश में हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं, ऐसे में प्रशासन किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सतर्क है.
तारिक रहमान की वापसी ऐसे समय पर हुई है जब छात्र आंदोलन के बाद लंबे समय से सत्ता में रहीं शेख हसीना को हटना पड़ा था. दिसंबर में जारी एक अंतरराष्ट्रीय सर्वे के अनुसार बीएनपी सबसे ज्यादा संसदीय सीटें जीत सकती है. राजनीतिक हालात और मां की गंभीर बीमारी, दोनों ही कारणों से तारिक रहमान का यह दौरा बेहद अहम माना जा रहा है.