सीजफायर के बाद भी गाजा में हमला, इजरायली हवाई हमले में चार घायल

यह हमला 9 अक्टूबर 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हासिल हुए युद्धविराम समझौते के ठीक दो सप्ताह बाद हुआ है.

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Gyanendra Sharma

नई दिल्ली: इजरायल और हमास के बीच हाल ही में सीजफायर हुआ है.  इसके बाद भी शनिवार को इजरायली सेना ने मध्य गाजा के नुसैरत इलाके में एक सटीक हवाई हमला किया, जिसमें कथित रूप से फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद संगठन के एक सक्रिय सदस्य को मार गिराने का दावा किया गया.

यह हमला 9 अक्टूबर 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हासिल हुए युद्धविराम समझौते के ठीक दो सप्ताह बाद हुआ है, जब हमास ने इजरायली बंधकों की रिहाई और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली के बदले संघर्ष विराम पर सहमति जताई थी. समझौते के तहत इजरायल ने गाजा में अपनी सैन्य कार्रवाइयों को सीमित रखने का वादा किया था, लेकिन आईडीएफ का यह कदम क्षेत्र में तनाव को फिर से भड़का सकता है.

हमास के नियंत्रण वाले इस क्षेत्र में, अल-अवदा अस्पताल ने पुष्टि की कि नुसेरत में हुए हमले के बाद घायल व्यक्तियों को इलाज के लिए लाया गया है. अस्पताल ने कहा, अल-अहली क्लब क्षेत्र में नुसेरत कैंप के अंदर इजराइली कब्जे द्वारा एक नागरिक वाहन को निशाना बनाए जाने के बाद अस्पताल में चार घायलों को लाया गया है. प्रत्यक्षदर्शियों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि उन्होंने गाजा में एक ड्रोन को एक कार पर हमला करते देखा, जिससे वाहन में आग लग गई. 

आईडीएफ ने क्या कहा? 

आईडीएफ की दक्षिणी कमान के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में ड्रोन का इस्तेमाल किया गया. सेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "कुछ देर पहले, आईडीएफ ने मध्य गाजा के नुसैरत क्षेत्र में एक सटीक हवाई हमला किया, जिसमें इस्लामिक जिहाद के एक आतंकवादी को निशाना बनाया गया. यह व्यक्ति इजरायली सैनिकों पर निकट भविष्य में हमला करने की योजना बना रहा था." सेना ने स्पष्ट किया कि युद्धविराम के प्रावधानों के अनुरूप, उनकी टुकड़ियां गाजा के कुछ हिस्सों में तैनात हैं और किसी भी 'तात्कालिक खतरे' को दूर करने के लिए अभियान जारी रखेंगी.

हालांकि, गाजा के स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, इस हमले में चार नागरिक घायल हो गए. अल-अवदा अस्पताल ने बताया कि नुसैरत शरणार्थी शिविर के अल-अहली क्लब क्षेत्र में एक सिविलियन वाहन पर हमला किया गया, जिससे आग लग गई. गवाहों ने रॉयटर्स को बताया कि ड्रोन ने वाहन को निशाना बनाया, और घायलों को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया. आईडीएफ ने घायलों के दावे पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की.