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India Daily

लोकसभा में समोसे पर चर्चा, 'कहीं छोटा तो, कहीं बड़ा मिलता है', रवि किशन ने जनता के हित में एक दाम की पैरवी की

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और अभिनेता रवि किशन ने केंद्र सरकार से देश भर के भोजनालयों में परोसे जाने वाले खाद्य पदार्थों की कीमत, गुणवत्ता और मात्रा को नियंत्रित करने के लिए कानून लाने की जोरदार अपील की है.

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Edited By: Garima Singh
MP Ravi Kishan
Courtesy: x

Ravi kishan on samosa price: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और अभिनेता रवि किशन ने केंद्र सरकार से देश भर के भोजनालयों में परोसे जाने वाले खाद्य पदार्थों की कीमत, गुणवत्ता और मात्रा को नियंत्रित करने के लिए कानून लाने की जोरदार अपील की है. बुधवार को लोकसभा के शून्यकाल में गोरखपुर से सांसद ने विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों में एक ही व्यंजन की कीमतों में भारी अंतर को लेकर चिंता जताई.

रवि किशन ने सदन को संबोधित करते हुए कहा, "किसी भी खाद्य पदार्थ या व्यंजन की कीमत, गुणवत्ता और मात्रा में एकरूपता नहीं है." उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि सड़क किनारे के ढाबों से लेकर पांच सितारा रेस्तरां तक, एक समोसा 10 रुपये में मिल सकता है, जबकि वड़ा पाव की कीमत 100 रुपये तक हो सकती है. इसी तरह, साधारण दाल तड़का की कीमत 100 रुपये से लेकर 1,000 रुपये तक हो सकती है. इस असमानता को उन्होंने उपभोक्ताओं के लिए अनुचित बताया.

मानकीकरण की जरूरत

सांसद ने तर्क दिया कि ऐसी अनियमितता से आम लोगों को परेशानी होती है. उन्होंने एक ऐसी मानकीकृत व्यवस्था की मांग की, जो यह सुनिश्चित करे कि ग्राहकों को उनके पैसे का सही मूल्य मिले. किशन ने कहा, "इसलिए मैं मांग करता हूं कि सरकार खाद्य पदार्थों की कीमतों, उनकी गुणवत्ता और मात्रा को विनियमित करने के लिए एक कानून लाए ताकि ग्राहकों को ये किफायती दामों पर मिल सकें."

सरकारी ध्यान की कमी

रवि किशन ने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई क्षेत्रों में परिवर्तनकारी कदम उठाए हैं, लेकिन खाद्य पदार्थों के मूल्य निर्धारण और मानकीकरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर अभी तक पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया है. उन्होंने सरकार से इस दिशा में तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया.