Pune Porsche Accident: महाराष्ट्र के पुणे में पोर्श कार हादसे के नाबालिग आरोपी को 5 जून तक के लिए बाल सुधार गृह भेज दिया गया है. पहले 15 घंटे में उसे बेल मिल गई थी. लेकिन बाद में उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया तो उसकी जमानत रद्द करके बाल सुधार गृह भेजने का आदेश दिया गया. 5 जून तक नाबालिग आरोपी की व्यवहार की मॉनिटरिंग की जाएगी. आरोपी को इस दौरान कई तरह की सुविधाएं भी दी जाएगी. सुबह की शुरुआत नाश्ते से तो रात को खाने के साथ दिन खत्म होगा. आइए जानते हैं कि नाबालिग को कौन-कौन सी सुविधाएं मिलेंगी.
5 जून के बाद नाबालिग आरोपी का क्या होगा इसके आगे का फैसला किशोर न्याय बोर्ड उसी दिन लेगा. इस मामले में नाबालिक आरोपी पर वयस्क की तरह मुकदमा चलाया जाए या नहीं इस पर भी विवाद छिड़ा हुआ है. इस प्रक्रिया में 2 महीने तक का समय लग सकता है. जेजे बोर्ड के सामने नाबालिग की रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसके आधार पर बोर्ड डिसाइड करेगा कि नाबालिग पर वयस्क की तरह मुकदमा चलना चाहिए की नहीं.
नाश्ते में क्या मिलेगा?
पुणे पोर्श कार एक्सीडेंट के नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह में कई सारी सुविधाएं मिलेंगी. उसे सुबह के 8 से 10 बजे के बीच नाश्ता मिलेगा. मीनू के हिसाब से नाश्ता दिया जाएगा. पोहा, उपमा, अंडा और दूध जैसी चीजें नाश्ते में मिलेंगी.
प्रार्थना के बाद पढ़ाई जाएगी अंग्रेजी
नाश्ता करने के बाद 11 बजे प्रार्थना होती है. प्रार्थना में आरोपी का शामिल होना पड़ेगा. इसके बाद 1 बजे तक अंग्रेजी पढ़ाई जाएगी. अंग्रेजी के साथ अन्य विषय भी पढ़ाए जाएंगे.
1 से 4 आराम
पढ़ाई के बाद नाबालिग आरोपी को 1 से 4 बजे के बीच विश्राम के लिए समय दिया जाएगा. इसके बाद फिर से 4 बजे उसे हल्का नाश्ता दिया जाएगा.
टीवी देखने और खेलने का समय
शाम को पांच बजे नाबालिग को टीवी देखने का समय मिलेगा. टीवी देखने के बाद उसे खेलने का समय दिया जाएगा. शाम 7 बजे तक वह वॉलीबॉल-फुटबॉल खेल सकता है.
रात को मिलेगा पौष्टिक खाना
खेल के बाद नाबालिग आरोपी को रात में डिनर दिया जाएगा. रात के खाने में रोटी-सब्जी और दाल-चावल दिया जाएगा. रात का खाना पौष्टिक होता है.
बाल सुधार गृह भेजने से पहले किशोर न्याय बोर्ड ने नाबालिग को सजा के रूप में निबंध लिखने को कहा था और जमानत दे दी थी. लेकिन विवाद के बाद जेजे बोर्ड ने जमानत रद्द करते हुए 5 जून तक के लिए बाल सुधार गृह भेजा है.