'वह उनके और पीएम मोदी के बीच का मामला', जगदीप धनखड़ पर खड़गे ने की आरोपों की बौछार

कांग्रेस के राष्टीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने धनखड़ के राज्यसभा अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल पर सवाल उठाए. उन्होंने आरोप लगाया कि धनखड़ ने हमेशा सरकार का पक्ष लिया और विपक्ष को महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने का मौका नहीं दिया.

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Mayank Tiwari

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार (27 जुलाई) को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के वास्तविक कारणों पर अनभिज्ञता जताई और कहा कि यह मामला उनके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच का है. खड़गे ने कहा, “मुझे इसकी पूरी जानकारी नहीं है. वह (धनखड़) हमेशा सरकार के पक्ष में रहे. उन्हें ही बताना चाहिए कि क्या हुआ.” यह बयान धनखड़ के इस्तीफे के पीछे किसानों के समर्थन में बोलने के कारण दबाव की अटकलों के जवाब में आया.

धनखड़ के कार्यकाल पर खड़गे का हमला

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने धनखड़ के राज्यसभा अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल पर सवाल उठाए. उन्होंने आरोप लगाया कि धनखड़ ने हमेशा सरकार का पक्ष लिया और विपक्ष को महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने का मौका नहीं दिया. खड़गे ने कहा, “जब हमने किसानों, गरीबों, अंतरराष्ट्रीय मुद्दों या विदेश नीति से संबंधित कई मुद्दे उठाए, तो उन्होंने हमें (राज्यसभा में अध्यक्ष के रूप में) कभी मौका नहीं दिया.

”विपक्ष को दबाने का आरोप

खड़गे ने आगे कहा, “जब हमने गरीबों, महिलाओं पर अत्याचार, दलितों और उत्पीड़ितों से संबंधित मुद्दों, या हिंदू-मुस्लिम संघर्ष जैसी घटनाओं पर नोटिस देकर चर्चा की कोशिश की, तो उन्होंने हमें मौका नहीं दिया.” उन्होंने धनखड़ के इस्तीफे के कारणों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “यह (उपराष्ट्रपति के रूप में इस्तीफे का कारण) उनके और मोदी के बीच का मामला है. हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है.

”धनखड़ का अचानक इस्तीफा

21 जुलाई की शाम को, जगदीप धनखड़ ने अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित अपने इस्तीफा पत्र में धनखड़ ने कहा कि वह तत्काल प्रभाव से पद छोड़ रहे हैं ताकि “स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता” दे सकें. इस इस्तीफे ने राजनीतिक हलकों में अटकलों को जन्म दिया है.

कर्नाटक कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल

कर्नाटक कांग्रेस इकाई में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना पर एक अलग सवाल के जवाब में खड़गे ने कहा, “इन सभी बातों को अभी नहीं कहा जा सकता. बाद में बात करेंगे.” वर्तमान में, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं. राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के कुछ नेताओं ने मांग की है कि उन्हें दो प्रमुख भूमिकाओं में से एक से मुक्त किया जाए.