West Bengal: मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक विरोध, पुलिस पर पथराव के बाद गाड़ियों में लगाई आग, इंटरनेट बंद
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में मंगलवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी. जंगीपुर इलाके में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके बाद पथराव हुआ और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया.
West bengal: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में मंगलवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी. जंगीपुर इलाके में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके बाद पथराव हुआ और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. यह अशांति तब शुरू हुई, जब प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 12 को जाम कर दिया और पुलिस के बार-बार अनुरोध के बावजूद हटने से इनकार कर दिया.
जब पुलिस ने नाकाबंदी हटाने की कोशिश की, तो स्थिति बेकाबू हो गई. प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके जवाब में रैपिड एक्शन फोर्स सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया. व्यवस्था बहाल करने के लिए कड़े कदम उठाए गए. हालांकि, अब राजमार्ग पर यातायात सामान्य हो गया है, लेकिन तनाव अभी भी बना हुआ है.
वक्फ संशोधन अधिनियम क्या है?
8 अप्रैल को लागू यह कानून संसद में लंबी बहस के बाद पारित हुआ और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसे मंजूरी दी. इसका मकसद वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को बेहतर करना, पारदर्शिता लाना और वक्फ बोर्डों के साथ समन्वय बढ़ाना है. लेकिन विपक्ष का कहना है कि यह मुस्लिम समुदाय के अधिकारों का हनन करता है. कांग्रेस ने गैर-मुस्लिमों को वक्फ बोर्ड में शामिल करने के प्रावधान की आलोचना की है.
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया. उन्होंने एक्स पर लिखा, "बनर्जी के प्रशासन में मुर्शिदाबाद में 'हिंसक इस्लामी भीड़' बेलगाम हो रही है, जबकि हिंदू समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है." दूसरी ओर, टीएमसी नेता सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने पुलिस की लाठीचार्ज की निंदा की और इसे वामपंथी शासन से जोड़ा. कांग्रेस नेता अधीर चौधरी ने भी पुलिस की मनमानी को जिम्मेदार ठहराया.
जंगीपुर में इंटरनेट बंद?
भाजपा ने दावा किया कि हिंसा की खबरें दबाने के लिए जंगीपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद की गईं. उनके साझा वीडियो में प्रदर्शनकारी संविधान विरोधी नारे लगाते दिखे. यह विरोध पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में चल रहे व्यापक प्रदर्शनों का हिस्सा है. पुलिस ने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कदमों का ऐलान किया है. मुर्शिदाबाद, जहां 70% आबादी मुस्लिम है, में शांति बनाए रखना चुनौती बना हुआ है. यह घटना बंगाल के राजनीतिक माहौल को और गरमा रही है.