TMC Protest In Delhi: दिल्ली के कृषि भवन (Krishi Bhawan) में धरने के दौरान हिरासत में लिए जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेताओं को दिल्ली पुलिस ने बुधवार तड़के रिहा कर दिया. हिरासत से रिहा होने के बाद मीडिया से बात करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि ये भारतीय लोकतंत्र के लिए काला दिन है.
अभिषेक बनर्जी ने कहा, ''जो लोग बंगाल के लोगों के लिए लड़ रहे हैं उन्हें 3 घंटे तक इंतजार कराया गया...मंत्री भाग गए. हम वहां शांति से बैठे थे लेकिन अचानक सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं समेत हम सभी पर हमला किया. जिस तरह से हमें घसीटा गया और अपमानित किया गया, आज का दिन लोकतंत्र के लिए एक कलंकित दिन है. तस्वीरें झूठ नहीं बोलतीं. हमारे सांसदों को जिस तरह परेशान किया गया, वो सबके सामने है."
'Black day' for Indian democracy: Abhishek Banerjee slams Centre after manhandling of TMC leaders by Delhi Police
— ANI Digital (@ani_digital) October 3, 2023
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इतना ही नहीं अभिषेक बनर्जी ने 5 अक्टूबर को कोलकाता में 'राजभवन चलो' मार्च की अपील की है. अभिषेक बनर्जी ने कहा, 'मैं 5 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे राजभवन में 1 लाख लोगों के साथ पुलिस द्वारा की गई बदसलूकी के खिलाफ 'राजभवन चलो' अभियान चलाऊंगा. राज्यपाल से भी मिलूंगा और उन्हें 50 लाख पत्र सौंपूंगा.'
अभिषेक बनर्जी ने ये भी कहा कि हमारे प्रतिनिधियों को जबरन हटा दिया गया और आम अपराधियों की तरह पुलिस वैन में ले जाया गया. ये सब इसलिए क्योंकि उन्होंने सत्ता के सामने सच बोलने का साहस किया. उनके अहंकार की कोई सीमा नहीं है और उनके घमंड और अहंकार ने उन्हें अंधा कर दिया है. अब बंगाल की आवाज को दबाने के लिए सभी हदें पार कर दी गई हैं.
TMC अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपनी पार्टी के नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा, 'आज लोकतंत्र के लिए एक काला, भयावह दिन है. एक ऐसा दिन जब भाजपा ने बंगाल के लोगों के प्रति अपने तिरस्कार, गरीबों के अधिकारों की उपेक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों के पूर्ण परित्याग की झलक दिखलाई है.'
यहां ये भी बता दें कि अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी के वरिष्ठ नेता, सांसद और विधायक दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे थे. ये प्रतिनिधिमंडल सोमवार से दिल्ली में डेरा जमाए हुए था. मनरेगा फंड जारी करने की मांग को लेकर राजघाट पर धरना शुरू किया था. मंगलवार को टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया और बाद में कृषि भवन स्थित ग्रामीण विकास मंत्रालय तक मार्च किया. वो राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मुलाकात करने वाले थे. टीएमसी के मुताबिक, डेढ़ घंटे के इंतजार के बाद केंद्रीय मंत्री ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया.