तमिलनाडु: तमिलनाडु में आने वाले हफ्ते में भारी बारिश होने वाली है. RMC के मुताबिक, आने वाले दिनों में राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश होने की संभावना है. मंगलवार (18 नवंबर, 2025) तड़के हुई भारी बारिश के कारण, कुड्डालोर और विल्लुपुरम जिलों के स्कूलों में छात्रों के लिए छुट्टी का ऐलान कर दिया. इसी तरह, केंद्र शासित प्रदेश में भारी बारिश के फोररास्ट के कारण पुडुचेरी और कराईकल के सभी स्कूल और कॉलेज भी आज के लिए बंद कर दिए गए हैं.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (RMC) के अनुसार, तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश जारी रहेगी. मंगलवार (18 नवंबर) के लिए तिरुनेलवेली, विरुधुनगर, तेनकासी और थेनी सहित आठ दक्षिणी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. इस अलर्ट का मतलब है कि जनता को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि इन इलाकों में भारी बारिश की संभावना है.सोमवार (18 नवंबर) को कावेरी डेल्टा जिलों के कई हिस्सों में लगातार बारिश दर्ज की गई. यहां देखें वीडियो
#WATCH | All government and government-aided schools, private schools and all colleges in Puducherry and Karaikal will remain closed today due to a heavy rain warning pic.twitter.com/8cZLS3Igot
— ANI (@ANI) November 18, 2025
बंगाल की खाड़ी में लगातार बन रही मौसमी प्रणालियों से अब तक कमजोर रहे पूर्वोत्तर मानसून के फिर से एक्टिव होने की उम्मीद है. मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मंगलवार तक बारिश धीरे-धीरे दक्षिणी तमिलनाडु की ओर बढ़ जाएगी. दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और उसके निकटवर्ती श्रीलंका पर बने निम्न दाब क्षेत्र के कारण वर्तमान बारिश हुई है, जिससे विशेष रूप से तटीय क्षेत्रों में तेज बारिश हो रही है.
हालांकि, यह तो बस शुरुआत है. इस सप्ताह के अंत में एक और नया निम्न दाब क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे राज्य भर में बारिश बढ़ सकती है और तेज हो सकती है. 19 और 20 नवंबर को, मयिलादुथुराई और कुड्डालोर जिलों में भारी बारिश हो सकती है. 22 नवंबर तक, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी पर बना दूसरा निम्न दाब क्षेत्र और भी तेज बारिश ला सकता है.
RMC अधिकारियों ने बताया कि हालांकि वर्तमान प्रणाली के और मजबूत होने की संभावना कम है, लेकिन अगली प्रणाली 24 नवंबर तक काफी तेज हो सकती है. इसके चलते, 21 से 23 नवंबर तक सभी तटीय जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. आगामी व्यापक वर्षा से तमिलनाडु के मौसमी मानसून के आंकड़ों में सुधार होने की उम्मीद है, जो वर्तमान में सामान्य औसत 29 सेमी से 9% कम है.