Shashi Tharoor on Operation Sindoor: भारत के सशस्त्र बलों ने कल 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत सीमा पार उच्च तीव्रता वाले हमलों को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन ने न केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि राष्ट्रीय गौरव को भी बढ़ाया. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस ऑपरेशन के नाम और इसके पीछे की रणनीति की जमकर तारीफ की है. उन्होंने इसे राष्ट्रीय चेतना और भावनाओं से जोड़ते हुए कहा कि यह नाम देश की एकता और संकल्प को दर्शाता है.
एक्स पर एक पोस्ट का जवाब देते हुए शशि थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर के नाम को 'शानदार' बताया. उन्होंने कहा, 'यह नाम एक नवविवाहिता की छवि को दर्शाता है, जो अपने पति की मृत्यु के बाद शोक में डूबी है. यह पहलगाम हमले की त्रासदी से जुड़ता है, जहां 26 नागरिकों की जान गई थी.'
थरूर ने इस नाम के पीछे की रचनात्मकता की भी तारीफ की, विशेष रूप से इसके प्रतीकात्मक अर्थ को, क्योंकि सिंदूर का लाल रंग खून और बलिदान का प्रतीक है. उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि सरकार की संक्षिप्त नाम बनाने की कला भी काबिले-तारीफ है.
ऑपरेशन सिंदूर को 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे. भारतीय सेना ने पाकिस्तान और POK में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. यह अभियान केवल 25 मिनट में पूरा हुआ, जिसमें वायुसेना, नौसेना और थलसेना की संयुक्त ताकत का इस्तेमाल किया गया. सैन्य अधिकारियों के अनुसार, यह बालाकोट हमले के बाद सबसे बड़ा सीमा पार अभियान था. भारत ने इस ऑपरेशन को अंधेरे की आड़ में सटीकता और संयम के साथ अंजाम दिया, ताकि तनाव को बढ़ावा न मिले.
पाकिस्तान ने इस हमले में 26 लोगों के मारे जाने और 46 के घायल होने की पुष्टि की है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे 'युद्ध की कार्रवाई' बताकर निंदा की और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी. हालांकि, भारत ने साफ किया कि इस ऑपरेशन में केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. सरकार ने अपने बयान में कहा, 'हमारी कार्रवाई नपी-तुली और केंद्रित थी. हमने संयम और सटीकता के साथ लक्ष्यों का चयन किया.'