Controversial statement by Sam Pitroda: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में गरमागरम बहस छेड़ दी है. हाल ही में एक इंटरव्यू में पित्रोदा ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्हें इन देशों में "घर जैसा" महसूस होता है.
Watch: Indian Overseas Congress chief Sam Pitroda says, "Our foreign policy, according to me, must first focus on our neighbourhood. Can we really substantially improve relationships with our neighbours?... I've been to Pakistan, and I must tell you, I felt at home. I've been to… pic.twitter.com/DINq138mvW
— IANS (@ians_india) September 19, 2025
पित्रोदा के इस बयान ने भाजपा को कांग्रेस पर हमला करने का एक और मौका दे दिया है. आइए, इस विवाद के विभिन्न पहलुओं पर नजर डालते हैं.
पड़ोसियों पर ध्यान देने की वकालत
न्यूज एजेंसी IANS को दिए साक्षात्कार में सैम पित्रोदा ने भारत की विदेश नीति पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने कहा, "मैं जब पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल गया, तो मुझे हर जगह घर जैसा लगा. मुझे ऐसा नहीं लगा कि मैं किसी विदेशी धरती पर हूं." पित्रोदा ने जोर देकर कहा कि भारत को अपनी विदेश नीति में पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए. उनके इस बयान ने विशेष रूप से पाकिस्तान को 'घर जैसा' बताने के कारण विवाद को जन्म दिया है.
बीजेपी को मिला हमले का मौका
पित्रोदा का यह बयान कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. बीजेपी ने पहले भी कांग्रेस पर 'देश विरोधी' बयानों का आरोप लगाया है. अब इस नए बयान के बाद बीजेपी के लिए यह एक और बड़ा मुद्दा बन सकता है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बयान से कांग्रेस की छवि पर असर पड़ सकता है, खासकर जब देश में राष्ट्रवाद और सीमा सुरक्षा जैसे मुद्दे चर्चा में रहते हैं.
पहले भी दे चुके है विवादित बयान
सैम पित्रोदा का यह पहला विवादास्पद बयान नहीं है. इससे पहले भी उनके कई बयानों ने कांग्रेस को मुश्किल में डाला है. कुछ प्रमुख विवादों पर नजर डालें:
कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ेंगी?
पित्रोदा के इस ताजा बयान ने कांग्रेस को फिर से असहज स्थिति में ला खड़ा किया है. बीजेपी इस मुद्दे को भुनाने की पूरी कोशिश करेगी. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस इस विवाद से कैसे निपटती है.