India Pakistan Relations: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला है. डच अखबार डी वोल्कस्क्रांट को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद यह कहकर खुद को मासूम नहीं दिखा सकता कि उसे अपने देश में पनप रहे आतंकी नेटवर्क की जानकारी नहीं है. जयशंकर ने कहा, “हमें यह दिखावा नहीं करना चाहिए कि पाकिस्तान इसमें शामिल नहीं है.”
सेना और सरकार की मिलीभगत
बता दें कि जयशंकर ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान की सरकार और सेना, दोनों आतंकवाद में गहराई से लिप्त हैं. उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी पाकिस्तान के बड़े शहरों में खुलेआम रहते हैं और इनकी गतिविधियों की जानकारी भी सबको है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा, ''राज्य इसमें शामिल है, सेना इसमें पूरी तरह शामिल है.''
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया और चेतावनी
वहीं, विदेश मंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कड़ी प्रतिक्रिया को जरूरी बताया. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए कहा, ''भारत को अपनी कार्रवाई पर गर्व है.'' जयशंकर ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अगर पाकिस्तान से आतंकी हमले जारी रहे, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने चेतावनी दी, ''पाकिस्तानियों को यह बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए.''
जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर और आतंकवाद को दो अलग-अलग विषय बताते हुए कहा कि भारत के लिए आतंकवाद एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय अपराध है जिसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने श्रीनगर में हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकी कश्मीर की समृद्धि को नुकसान पहुंचाने के लिए धार्मिक रंग देकर हमले कर रहे हैं.
इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की पेशकश को भारत ने एक बार फिर खारिज किया. जयशंकर ने स्पष्ट किया, ''यह मामला पूरी तरह द्विपक्षीय है और हम इसे सिर्फ पाकिस्तान के साथ मिलकर सुलझाएंगे.'' वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आतंकियों को चेताया कि अगर कोई भारत की बेटियों के सिंदूर को मिटाने की कोशिश करेगा, तो उसे धूल में मिला दिया जाएगा. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को न्याय और जवाब दोनों बताया.