'मोदी जी, पंजाब में फ्लड...', राहुल गांधी ने बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए PM से मांगी मदद, 'स्पेशल पैकेज' देने की रखी मांग

Rahul Gandhi On Punjab Flood: उत्तर भारत में भारी बारिश और बाढ़ ने तबाही मचा दी है. पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. इसी बीच राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए तुरंत विशेष राहत पैकेज देने की मांग की है, ताकि लाखों लोगों को राहत मिल सके.

X
Princy Sharma

Rahul Gandhi On Punjab Flood: उत्तर भारत में भारी बारिश और बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है. पंजाब , जम्मू-कश्मीर , उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हालात बेहद खराब हैं. बाढ़ से सड़कें ध्वस्त हो चुकी हैं, रेल यातायात ठप है और स्कूलों को बंद करना पड़ा है . सबसे ज्यादा खराब स्थिति पंजाब की है , जहां 1988 के बाद सबसे भयंकर बाढ़ आई है . यहां सतलुज , ब्यास और रावी नदियां उफान पर हैं और 12 जिलों में अब तक 29 लोगों की जान जा चुकी है , जबकि 56 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.

इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे तुरंत बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए विशेष राहत पैकेज का ऐलान करें. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मोदी जी, पंजाब में भारी तबाही हुई है. जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की स्थिति भी चिंताजनक है. ऐसे में केंद्र सरकार की त्वरित मदद और ध्यान अत्यंत आवश्यक है.'

उन्होंने एक वीडियो बयान भी जारी कर कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वह लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और तुरंत राहत कार्य तेज करे. उन्होंने खासतौर पर किसानों के लिए राहत पैकेज की मांग की है, क्योंकि बारिश और बाढ़ से उनकी फसलें और जमीन दोनों तबाह हो चुकी हैं. 

हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और फ्लैश फ्लड

हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को दो महिलाओं की जान भूस्खलन और फ्लैश फ्लड में चली गई . 1000 से अधिक सड़कें बंद हैं और राज्य के कई जिलों जैसे कांगड़ा , मंडी , सिरमौर और किन्नौर में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है. शिमला में सभी सरकारी और प्राइवेट शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है. 

उत्तराखंड में बारिश का कहर

उत्तराखंड में भी बारिश का कहर लगातार जारी है. कई इलाकों में भारी बारिश से भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं , जिससे लोग दहशत में हैं . लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें . राहुल गांधी की इस मांग को अब कई सामाजिक संगठनों और स्थानीय नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है. अब देखना होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और कब तक बाढ़ पीड़ितों को राहत मिलती है .