Year Ender 2025

'महान विभूतियों की विरासत के सम्मान...', अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी

पीएम मोदी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर वसंत कुंज क्षेत्र में बने 'राष्ट्र प्रेरणा स्थल' का उद्घाटन करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी जनता को भी संबोधित करेंगे.

Anuj

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी शिरकत करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार, 25 दिसंबर 2025 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती के अवसर पर वसंत कुंज क्षेत्र में बने 'राष्ट्र प्रेरणा स्थल' का उद्घाटन करेंगे. 

भव्य स्मारक का लोकार्पण करेंगे पीएम मोदी

जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी दोपहर करीब 1:50 बजे अमौसी एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर द्वारा कार्यक्रम स्थल जाएंगे. दोपहर 2:30 बजे प्रधानमंत्री इस भव्य स्मारक का लोकार्पण करेंगे और वहां मौजूद लोगों को संबोधित करेंगे. इस परिसर का निर्माण केंद्र सरकार ने आजादी के बाद देश के महान नेताओं की सोच, आदर्श और विरासत को सम्मान देने के उद्देश्य से कराया है. 

पीएम मोदी का संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा कि देश की महान विभूतियों की विरासत के सम्मान और संरक्षण के लिए हमारी सरकार कृतसंकल्प है. इसी कड़ी में लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की 101वीं जयंती के अवसर पर 'राष्ट्र प्रेरणा स्थल' के उद्घाटन का सौभाग्य मिलेगा. यहां वाजपेयी जी के साथ ही डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की भव्य कांस्य प्रतिमाएं भी लगाई गई हैं. इसके साथ ही एक अत्याधुनिक संग्रहालय भी विकसित किया गया है, जहां राष्ट्र निर्माण में इन दूरदर्शी नेताओं के अमूल्य योगदान के बारे में जानने का अवसर मिलेगा.

65 एकड़ में बना प्रेरणा स्थल

आपका बता दें कि 'राष्ट्र प्रेरणा स्थल' लगभग 65 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे करीब 230 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. यह परिसर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और विचारों को समर्पित है. यहां तीनों नेताओं की लगभग 65 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं. यह स्थान एक राष्ट्रीय धरोहर के रूप में देखा जा रहा है, जो आने वाली पीढ़ियों को नेतृत्व, सेवा और सांस्कृतिक मूल्यों से प्रेरणा देगा.