प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (6 जून) को कटरा में एक कार्यक्रम के दौरान पहलगाम आतंकी हमले को ‘मानवता और कश्मीरियत’ पर हमला करार दिया. इस दौरान उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने पहलगाम में न केवल मानवता, बल्कि कश्मीर की आत्मा पर भी हमला किया. इसका मकसद भारत में दंगे भड़काना और कश्मीर के मेहनती लोगों की आजीविका को बाधित करना था. इसलिए पर्यटकों को निशाना बनाया गया.”
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर की जनता की एकजुटता की सराहना की, जिन्होंने पाकिस्तान की साजिश के खिलाफ मजबूती से खड़े होकर जवाब दिया. उन्होंने कहा, “इस बार लोगों ने जो ताकत दिखाई, उसने न केवल पाकिस्तान, बल्कि विश्व भर में आतंकवाद को एक स्पष्ट संदेश दिया है.” उन्होंने आगे कहा, “जम्मू-कश्मीर के युवा अब आतंकवाद को करारा जवाब देने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं. यह वही आतंकवाद है, जिसने स्कूलों को जलाया, घाटी में अस्पतालों को नष्ट किया और कई पीढ़ियों को बर्बाद किया.”
पाकिस्तान ने पहलगाम में इन्सानियत और कश्मीरियत, दोनों पर वार किया।
— BJP (@BJP4India) June 6, 2025
उसका इरादा भारत में दंगे कराने का था, कश्मीर के मेहनतकश लोगों की कमाई रोकने का था, इसलिए पाकिस्तान ने tourists पर हमला किया।
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पहलगाम हमले का भयावह चेहरा
बीते 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पाहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई. जहां आतंकियों ने केवल पुरुषों को निशाना बनाया, जिनमें से कई अपनी पत्नियों के साथ थे. इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा दिया. इसके जवाब में, भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा पर बढ़ा तनाव
7 मई की सुबह किए गए इन हवाई हमलों में कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए. इसके बाद दोनों देशों के बीच पश्चिमी सीमा पर हमलों और जवाबी हमलों का सिलसिला शुरू हो गया, जिसमें लड़ाकू विमान, मिसाइल, सशस्त्र ड्रोन और भारी तोपखाने का इस्तेमाल हुआ. 9-10 मई की रात को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 13 हवाई ठिकानों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया. हालांकि, चार दिनों की सैन्य झड़पों के बाद, 10 मई को दोनों देशों के बीच समझौता होने पर युद्धविराम हुआ.
कश्मीर की जनता की जीत
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर की जनता की हिम्मत को सराहा और कहा कि उनकी एकता ने आतंकवाद के खिलाफ एक नई उम्मीद जगाई है. यह घटना न केवल कश्मीर की शांति के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है.