Vice Presidential Election: सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति बनाने के लिए विपक्षी दल दें समर्थन, PM मोदी की अपील
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि पीएम मोदी ने सभी दलों से अपील की है कि वे सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए सर्वसम्मति से समर्थन दें. राधाकृष्णन को एनडीए का उम्मीदवार घोषित किया गया है और वे बुधवार को नामांकन दाखिल करेंगे. एनडीए के पास बहुमत होने से उनकी जीत तय मानी जा रही है.
Vice Presidential Election: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को कहा कि नई दिल्ली में मंगलवार को हुई एनडीए संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को सर्वसम्मति से समर्थन दें. बैठक में राधाकृष्णन को औपचारिक रूप से एनडीए का उम्मीदवार घोषित किया गया. इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों सहित सभी सांसदों से एकजुट होकर उनका समर्थन करने की अपील की है.
केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कहा कि राधाकृष्णन ने सादगी, ईमानदारी और जनसेवा का जीवन जिया है. उनके जीवन में कोई विवाद या भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है. ऐसे व्यक्ति का उपराष्ट्रपति बनना देश के लिए गर्व की बात होगी. एनडीए की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी सहित वरिष्ठ नेताओं ने राधाकृष्णन को सम्मानित किया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी विभिन्न दलों के नेताओं से व्यापक सहमति बनाने के प्रयास में जुटे हैं.
दोनों सदनों के सभी सांसद शामिल
जानकारी के अनुसार, राधाकृष्णन बुधवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए का बहुमत स्पष्ट है, क्योंकि चुनावी कॉलेज में संसद के दोनों सदनों के सभी सांसद शामिल होते हैं. इसी वजह से राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है. हालांकि, विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है, जिससे मुकाबला हो सकता है.
सीपी राधाकृष्णन का जीवन
सीपी राधाकृष्णन का जन्म 4 मई 1957 को तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ था. उन्होंने 16 साल की उम्र में 1973 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़कर सामाजिक और राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. इसके बाद वह जनता पार्टी और फिर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए. 1998 और 1999 में उन्होंने कोयंबटूर लोकसभा सीट से जीत हासिल की. यह वह दौर था जब कोयंबटूर बम धमाकों के बाद बीजेपी का समर्थन दक्षिण भारत में तेजी से बढ़ा था.
आतंकवाद के खिलाफ जनजागरूकता
2004 से 2007 तक वे बीजेपी तमिलनाडु के अध्यक्ष रहे और 93 दिनों की राज्यव्यापी यात्रा निकाली, जिसमें सामाजिक सुधार, नदियों को जोड़ने और आतंकवाद के खिलाफ जनजागरूकता जैसे मुद्दे शामिल थे. उन्होंने केरल बीजेपी के प्रभारी और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में भी काम किया.
अखिल भारतीय कॉयर बोर्ड का नेतृत्व
2016 से 2020 तक उन्होंने अखिल भारतीय कॉयर बोर्ड (नारियल फाइबर उद्योग के प्रचार और विकास ) का नेतृत्व किया. वह संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. 2023 में उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया और 2024 में वे महाराष्ट्र के राज्यपाल बने. इसके अलावा उन्हें तेलंगाना के राज्यपाल और पुदुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार भी दिया गया. हालांकि 2004, 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव हार गए, लेकिन संगठनात्मक कौशल और दक्षिण भारत में सक्रिय योगदान के कारण पार्टी में उनकी अहम भूमिका बनी रही.
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