Operation Sindoor Report: भारतीय कार्रवाई से कांपा पाकिस्तान, F-16 और JF-17 जेट्स के परखच्चे उड़े; ऑपरेशन सिंदूर ने डाला असर
Operation Sindoor Report: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक डिटेल रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने अप्रैल-मई 2025 में पाकिस्तानी वायु सेना को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया. इस ऑपरेशन में कथित तौर पर आठ एफ-16 और चार जेएफ-17 जैसे महत्वपूर्ण संसाधन नष्ट हुए, जिससे कुल नुकसान 3.35 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया.
Operation Sindoor Report: 7 मई 2025 को भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान वायुसेना को भारी सैन्य और आर्थिक झटका लगा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सामने आई एक विस्तृत रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने इस सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के आठ एफ-16 और चार जेएफ-17 लड़ाकू विमानों के साथ-साथ कई महंगे एयरबेस और ग्राउंड सिस्टम को तबाह कर दिया.
उपग्रह इमेजरी और खुफिया डेटा से हुआ खुलासा
बता दें कि इस रिपोर्ट में ओपन सोर्स इंटेलिजेंस, कमर्शियल सैटेलाइट इमेजरी और विशेषज्ञ विश्लेषण के आधार पर पाकिस्तान को हुए नुकसान का पूरा मूल्यांकन पेश किया गया है. इसमें बताया गया है कि एयर और ग्राउंड दोनों स्तरों पर PAF को गंभीर झटका लगा, जिससे उसे कुल मिलाकर 3.35 अरब डॉलर से ज्यादा का घाटा हुआ.
हवाई ताकत पर करारा प्रहार
रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशन में चार एफ-16 ब्लॉक 52डी लड़ाकू विमान हवा में गिराए गए, जिनकी कीमत लगभग 349.52 मिलियन डॉलर रही. इसके अलावा, 93 मिलियन डॉलर का साब 2000 AEW&C विमान, 35 मिलियन डॉलर का IL-78 टैंकर, और 36 मिलियन डॉलर के छह बायरकटर TB2 UCAV भी नष्ट कर दिए गए.
जमीन पर तबाही और बुनियादी ढांचे का नुकसान
बताते चले कि ग्राउंड ऑपरेशन में चार अतिरिक्त एफ-16 जेट्स और 40 मिलियन डॉलर का C-130H हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी तबाह हुआ. इसके साथ ही, HQ-9 SAM सिस्टम, दो मोबाइल कमांड सेंटर और कई प्रमुख रडार और कंट्रोल यूनिट्स को निशाना बनाकर करीब 599.52 मिलियन डॉलर का नुकसान पहुंचाया गया.
लड़ाई की लागत - हर दिन 25 मिलियन डॉलर का खर्च
वहीं, 29 दिनों के संघर्ष के दौरान पाकिस्तान द्वारा किए गए फाइटर पेट्रोल और ड्रोन मिशनों पर लगभग 1.61 अरब डॉलर की लागत आई. वहीं, बेस की मरम्मत और इंफ्रास्ट्रक्चर डैमेज पर अलग से करीब 225 मिलियन डॉलर का खर्च आया.
इसके अलावा, एफ-16, AEW&C और रडार बेस जैसी अहम संपत्तियों के नुकसान ने पाकिस्तान की हवाई युद्ध क्षमता को गंभीर रूप से कमज़ोर किया है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान ने अब तक इस नुकसान की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन विशेषज्ञ रिपोर्ट को काफी गंभीरता से ले रहे हैं.