Air Marshal Dharkar Fake Alert: एयर मार्शल धारकर को लेकर उड़ती अफवाहें झूठी, सरकार ने दिया आधिकारिक बयान

Air Marshal Dharkar: सरकार ने पाकिस्तान के समर्थन में चल रहे कई सोशल मीडिया खातों के दावों की जांच की, जिसमें यह कहा गया था कि एयर मार्शल सुजीत पुष्पकर धारकर को युद्ध में भाग न लेने के कारण बर्खास्त किया गया.

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Ritu Sharma

Air Marshal Dharkar: हाल ही में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे दावे कि एयर मार्शल सुजीत पुष्पाकर धारकर को पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भाग लेने से इनकार करने के चलते बर्खास्त किया गया है, सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया है. प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) की फैक्ट-चेक इकाई ने इन खबरों को 'झूठा और भ्रामक' बताया है.

रिटायरमेंट नियम के नुसार हुई, बर्खास्तगी का कोई सवाल नहीं

बता दें कि PIB ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर स्पष्ट किया कि एयर मार्शल धारकर ने 30 अप्रैल 2024 को भारतीय वायुसेना के उप प्रमुख के पद से 40 वर्षों की सेवा के बाद नियमित रूप से सेवानिवृत्ति ली है. इस प्रक्रिया में कहीं भी किसी प्रकार की बर्खास्तगी या अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की गई है.

सेना प्रमुखों को मिला सम्मान

वहीं रिटायरमेंट के दिन एयर मार्शल धारकर को वायु भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की. यह सभी परंपराएं सेना के एक सम्मानित अधिकारी के लिए निर्धारित होती हैं. बता दें कि एयर मार्शल धारकर के स्थान पर अब एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी भारतीय वायुसेना के नए उप प्रमुख का कार्यभार संभालेंगे. वे अभी तक दक्षिण पश्चिमी वायु कमान में एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के पद पर कार्यरत थे.

पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव, फैली अफवाहें

बताते चले कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में काफी तल्खी देखने को मिली है. इस बीच कुछ पाकिस्तान समर्थक सोशल मीडिया अकाउंट्स ने यह अफवाह फैलाई कि एयर मार्शल धारकर को युद्ध में भाग न लेने पर हटाया गया है. सरकार ने इन दावों को पूरी तरह खारिज किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, ''हम आतंकियों और उनके समर्थकों को दुनिया के किसी भी कोने से ढूंढ निकालेंगे.''

भारत के कड़े कूटनीतिक कदम

हमले के बाद भारत ने-

  • सिंधु जल संधि को किया स्थगित
  • पाकिस्तानी सैन्य अताशे को निष्कासित किया
  • पाक एयरलाइनों पर एयरस्पेस बंद किया
  • अटारी-वाघा बॉर्डर सील किया

जबकि भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को वाघा बॉर्डर से लौटने की अनुमति दी है, लेकिन पाकिस्तान ने भारतीय नागरिकों को प्रवेश की इजाजत नहीं दी है.