Operation Sindoor: भारतीय सशस्त्र बलों ने सुबह-सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें बरसाईं.ऑपरेशन सिंदूरपहलगाम में 26 नागरिकों की हत्या का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने 23 मिनट तक 'सटीक हमला' किया, जो भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा किया गया एक ऑपरेशन था, जिसमें पाकिस्तान में आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया गया.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद वॉर रूम से 'ऑपरेशन सिंदूर' की निगरानी की. इस ऑपरेशन का मुख्य लक्ष्य भारत में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में उनकी भूमिका के लिए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के शीर्ष नेतृत्व के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था.
लक्ष्य थे: मुरीदके, भवालपुर (जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का गृहनगर), गुलपुर, भीमबेर, चकमरू, कोटली और सियालकोट के पास एक शिविर. मुजफ्फराबाद में दो लक्ष्यों को भी भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा निशाना बनाया गया था. ऑपरेशन के सफल समापन के बाद भारत ने स्पष्ट किया कि हमला आतंकवादी ठिकानों तक ही सीमित था तथा इस हमले में किसी भी पाकिस्तानी सैन्य मार्ग को निशाना नहीं बनाया गया.
रक्षा मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि यह ऑपरेशन 'केंद्रित, मापा हुआ और गैर-बढ़ाने वाला' था, जिसमें आगे की स्थिति को रोकने के लिए जानबूझकर पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को नजरअंदाज किया गया. रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, "हमारी कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और गैर-बढ़ावा देने वाली रही है. किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है. भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है."
दूसरी ओर, पाकिस्तान ने ऑपरेशन के कुछ ही घंटों बाद जम्मू-कश्मीर के भीमबर गली इलाके में तोपखाने से गोलाबारी करके एलओसी पर गोलाबारी बढ़ा दी. अधिकारियों ने पुष्टि की कि भारतीय सेना "उचित तरीके से जवाब दे रही है." एक्स पर एक पोस्ट में, अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (एडीजी पीआई) ने लिखा, 'पाकिस्तान ने पुंछ-राजौरी क्षेत्र में भीमबर गली में तोपखाने से गोलाबारी करके फिर से संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया है. भारतीय सेना उचित तरीके से जवाब दे रही है.'