Operation Sindoor: भारतीय सेना की जोरदार एयरस्ट्राइक से पाकिस्तान में तबाही, शहीदों के परिवारों ने कहा- 'यह बदले की शुरुआत है'
Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 लोगों की क्रूर हत्या के लगभग 14 दिन बाद, भारत ने पाकिस्तान और POK में स्थित 9 प्रमुख आतंकवादी ठिकानों पर जोरदार हवाई हमले किए. यह कार्रवाई बुधवार रात को की गई.
Operation Sindoor: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 लोगों की नृशंस हत्या के करीब दो हफ्तों बाद भारत ने सख्त कदम उठाते हुए पाकिस्तान और POK में मौजूद 9 बड़े आतंकी ठिकानों पर जबरदस्त एयरस्ट्राइक कर दी. यह जवाबी कार्रवाई बुधवार देर रात की गई. मारे गए लोगों में कानपुर के शुभम द्विवेदी भी शामिल थे.
शुभम की पत्नी ऐशान्या की भावुक प्रतिक्रिया
बता दें कि शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशान्या ने सरकार की कार्रवाई पर संतोष जाहिर करते हुए कहा, ''यह बदले की शुरुआत है. मुझे पता है कि मोदीजी तब तक नहीं रुकेंगे जब तक वे उन्हें पूरी तरह से खत्म नहीं कर देते. उन्होंने हमें भरोसा दिलाया है कि सभी आतंकी ठिकानों को नष्ट किया जाएगा. ऑपरेशन सिंदूर ने यह साबित कर दिया कि हमारा बदला पूरा हुआ.''
शहीद पिता की आंखों में गर्व
वहीं, शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने ANI से बातचीत में कहा, ''मैं लगातार खबरें देख रहा हूं. भारतीय सेना को सलाम और प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद, जिन्होंने देश का दर्द समझा. सेना की इस कार्रवाई से मेरा परिवार थोड़ा हल्का महसूस कर रहा है.''
गणबोटे परिवार की भावनाएं
इसके अलावा, पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले कौस्तुभ गणबोटे के बेटे कुणाल ने कहा, ''हम सब इस तरह की जवाबी कार्रवाई का इंतजार कर रहे थे. 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम ही महिलाओं के सम्मान को दर्शाता है.'' उनकी मां संगीता गणबोटे ने भी कहा, ''सेना की कार्रवाई काबिले तारीफ है. कई दिन तक मैं रोती रही, लेकिन आज गर्व महसूस हो रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवादियों को करारा जवाब दिया है.''
असावरी की आंखों में आंसू, पर दिल में सुकून
वहीं शहीद संतोष जगदाले की बेटी असावरी ने कहा, ''ऑपरेशन का नाम सुनते ही मेरी आंखें भर आईं. यह उन सभी मारे गए लोगों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि और न्याय है.''
ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई - एक नजर में
पीटीआई के अनुसार, रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी कि मंगलवार देर रात 1:44 बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन में बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के कैंप समेत 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. भारतीय सेना ने साफ किया है कि यह कार्रवाई पूरी तरह मापी गई और गैर-उत्तेजक थी और किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया.