Operation Akhal: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो भारतीय सैनिक शहीद हो गए. शनिवार को ऑपरेशन अखल का नौवां दिन है. यह मुठभेड़ 1 अगस्त को शुरू हुई थी जब सेना को आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया सूचना मिली. इसके आधार पर अखल के जंगलों में एक बड़ा तलाशी अभियान शुरू किया था.
जो सैनिक शहीद हुए हैं उनकी पहचान लांस नायक प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह के रूप में हुई है. भारतीय सेना ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि वो बेहद ही बहादुर थे और उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा. सेना ने शहीद सैनिकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना भी व्यक्त की.
कुलगाम | लांस/नायक प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह ने अखल इलाके में ऑपरेशन के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 9, 2025
भारतीय सेना संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता से खड़ी है। ऑपरेशन जारी है: चिनार कोर, भारतीय सेना pic.twitter.com/AkUKhdiThb
इस ऑपरेशन में अब तक 10 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. यह ऑपरेशन हाल के दिनों में घाटी में चल रहे सबसे लंबे आतंकवाद विरोधी अभियानों में से एक है. अब तक मुठभेड़ में पांच से ज्यादा आतंकवादी मारे जा चुके हैं. माना जा रहा है कि आतंकवादी घने जंगलों में छिपे हुए हैं और गुफाओं में रह रहे हैं.
इन आंतवादियों को पकड़ने के लिए सेना ने पूरे जंगल को घेर लिया है. इन्हें ढूंढने के लिए ड्रोन, हेलीकॉप्टर और पैरा कमांडो इस्तेमाल किया जा रहा है. माना जा रहा है कि ये आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा ग्रुप से हैं. वो जवाबी कार्रवाई के लिए नाइट विजन डिवाइस और लंबी दूरी की राइफलों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
लगातार गोलीबारी और विस्फोटों के कारण, अखल के ग्रामीण अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं. तेज गोलियों और धमाकों से महिलाए़ं और बच्चे ख़ास तौर पर डरे हुए हैं. स्थानीय अधिकारियों ने चल रहे अभियान के दौरान लोगों की मदद और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को नियुक्त किया है. तलाशी और मुठभेड़ अभी भी जारी है.