NEET UG 2024 पेपरलीक केस में सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि हजारीबाग और पटना में पेपर लीक हुआ है. CBI ने भी इस केस में हुई धांधली के बारे में अपना पक्ष रखा है. जांच में यह खुलासा हुआ है कि कैसे पेपर लीक हुआ और एक स्कूल के प्रिंसपल और वाइस प्रिंसिपल ने पूरे पेपर लीक की गाथा लिखी. सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि अगर दोबारा टेस्ट कराए जाएं तो यह न्यायोचित नहीं होगा.
सुप्रीम कोर्ट ने माना कि पेपर लीक हुआ है लेकिन हजारीबाग और पटना में होता है. कोर्ट में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवीआई चंद्रचूड़ ने कहा था कि अगर हम दोबारा एग्जाम का आदेश देते हैं तो यह 24 लाख छात्रों को प्रभावित करेगा.
- नीट पेपर लीक केस में CBI ने कहा है कि इसका मास्टरमाइंड पंकज कुमार है. उसने हजारीबाग के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल के साथ मिलकर कुछ घंटे पहले ही पेपर हासिल कर लिया था. एग्जाम 5 मई को होने वाला था. CBI ने कहा कि पंकज कुमार ने प्रिंसिपल शानुल हक, NTA के सिटी कॉर्डिनेटर और वाइस प्रिसिपल इम्तियाज अली के साथ मिलकर यह किया. वही सेंटर सुप्रिटेंडेंट भी था.
- नीट-यूजी एग्जाम पेपर लाने वाले ट्रंक्स को 5 मई को ही स्कूल के कंट्रोल रूम में लाया गया था. ट्रंक जैसे ही पहुंचा, इशानुल हक और इम्तियाज अली ने अवैध रूप से कंट्रोल रूम में एंट्री ली, जहां पेपर रखे हुए थे. पंकज कुमार ने बॉक्स को खोल लिया और पेपर लीक कर दिया.
- चुराए गए पेपर को हजारीबाग में ही सुबह सॉल्व कर लिया गया. कुछ पेपर सॉल्वर वहां थे, जो एमबीबीएस की पढ़ाई पढ़ रहे थे. वे AIIMS पटना, रिम्स और भरतपुर मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट थे. सॉल्व किए गए पेपर को कुछ छात्रों को बांटा गया, जिन्होंने आरोपियों को पैसे दिए थे. ज्यादातर पेपर सॉल्वर गिरफ्तार हो चुके हैं.
- पेपर सॉल्वर्स को हजारीबाग लाया गया था, जिससे इसे अंजाम दिया जा सके. अब तक 7 पेपर सॉल्वर गिरफ्तार हो चुके हैं. गैंग के दूसरे मास्टमाइंड भी पहचान लिए गए हैं, जिनकी गिरफ्तारी होने वाली है. CBI ने कहा है कि जिन्हें हल किए गए प्रश्न पत्र मिले हैं, उन्हें भी तलाश लिया गया है. उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. अब तक इस केस में 36 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं.