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India Daily

केरल में 6 दिनों से फंसे ब्रिटेन के F-35 फाइटर जेट की मुश्किलें बढ़ीं, आखिर क्या हुआ?

यह घटना भारत और यूके के बीच सैन्य सहयोग का एक उदाहरण है, जहां भारतीय वायु सेना ने त्वरित और प्रभावी सहायता प्रदान की. इस मामले में आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
CISF swiftly secured the Royal Navy F-35B fighter jet
Courtesy: X@CISFHQrs

केरल के तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करने वाले F-35 लड़ाकू विमान में आई समस्या को ठीक करने के लिए ब्रिटेन की नौसेना की रखरखाव टीम ने प्रयास किया. हालांकि, समाचार एजेंसी ANI ने शुक्रवार (20 जून) को रक्षा अधिकारियों के हवाले से बताया कि यह प्रयास असफल रहा.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा अधिकारियों ने बताया, “कुछ दिन पहले, यूके नेवी का F-35 फाइटर जेट ईंधन की कमी के कारण आपात लैंडिंग करने के लिए मजबूर हुआ था, जिसके बाद भारतीय वायु सेना ने ईंधन भरने सहित सभी आवश्यक सहायता प्रदान की. हालांकि, जब विमान वापस जाने की तैयारी में था, तब इसमें हाइड्रोलिक खराबी आ गई और यह उड़ान नहीं भर सका. यूके नेवी की एक रखरखाव टीम ने समस्या को ठीक करने की कोशिश की, लेकिन वह सफल नहीं हुई.”

आपात लैंडिंग और भारतीय वायु सेना का सहयोग

दरअसल, बीते 14 जून को, ब्रिटिश F-35B फाइटर जेट ने तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रात लगभग 9:30 बजे आपात लैंडिंग की थी. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, विमान ने ईंधन की कमी के कारण हवाई अड्डा अधिकारियों से अनुमति मांगी और सुरक्षित रूप से उतर गया.

भारतीय वायु सेना की त्वरित प्रतिक्रिया

भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने अगले दिन एक बयान जारी कर कहा, “आईएएफ इस घटना से पूरी तरह अवगत है और उसने उड़ान सुरक्षा कारणों से विमान की सहायता की. F-35 की डायवर्जन एक सामान्य घटना है. आईएएफ सभी एजेंसियों के साथ समन्वय में है और पूरी सहायता प्रदान कर रही है.”

इंडियन एयर फोर्स की आगे की क्या है योजना?

भारतीय रक्षा अधिकारियों ने बताया कि विमान को ठीक करने के लिए एक बड़ी रखरखाव टीम जल्द ही तिरुवनंतपुरम पहुंचने वाली है.  अधिकारियों ने कहा, “विमान को ठीक करने के लिए एक बड़ी रखरखाव टीम आने की उम्मीद है. यदि आवश्यक हुआ, तो विमान को सैन्य परिवहन विमान में वापस ले जाया जा सकता है.