Nimisha Priya Case: विदेश मंत्रालय ने यमन में मौत की सजा का सामना कर रही केरल की नर्स निमिषा प्रिया के नाम पर सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे एक फर्जी दान अभियान को पूरी तरह खारिज कर दिया है. मंगलवार को मंत्रालय की फैक्ट चेक इकाई ने साफ़ किया कि भारत सरकार द्वारा निमिषा प्रिया के लिए कोई आधिकारिक दान अभियान नहीं चलाया जा रहा है. मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, "हमने सोशल मीडिया पर निमिषा प्रिया मामले में भारत सरकार द्वारा निर्दिष्ट बैंक खाते में धन जमा करने की मांग के दावे देखे हैं. यह एक फर्जी दावा है."
यह विवादास्पद दावा ईसाई प्रचारक 'केए पॉल' के ब्लू-टिक वैरिफाइड एक्स अकाउंट से किया गया था. पोस्ट में लिखा गया, "निमिषा को बचाने के लिए भारत सरकार के नामित खाते में सीधे दान करें. हमें 8.3 करोड़ रुपये की ज़रूरत है." इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर भ्रम पैदा किया, जिसके बाद विदेश मंत्रालय को स्थिति साफ़ करनी पड़ी. मंत्रालय ने लोगों से ऐसे फर्जी दावों पर विश्वास न करने की अपील की है.
Donate directly to Save Nimisha to the Government of India account designate . We need 8.3 crore rupees . pic.twitter.com/6tKTr7n3HH
— Dr KA Paul (@KAPaulOfficial) August 19, 2025
निमिषा प्रिया का मामला
38 साल की निमिषा प्रिया, जो केरल की रहने वाली हैं, 2020 से यमन की राजधानी सना की जेल में बंद हैं. उन पर जुलाई 2017 में एक यमनी नागरिक की हत्या का आरोप है. उनकी फांसी की तारीख 16 जुलाई को निर्धारित थी, लेकिन भारतीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद इसे रोक दिया गया. फिलहाल वो सना की जेल ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों के नियंत्रण में है.
परिवार की अपील
जुलाई में, 'केए पॉल' ने हौथी प्रशासन से निमिषा की रिहाई के लिए एक वीडियो अपील जारी की थी. इस वीडियो में निमिषा की 13 साल की बेटी मिशेल और उनके पति थॉमस भी नजर आए थे. यह वीडियो सना में बनाया गया था और इसमें परिवार ने निमिषा की जान बचाने की गुहार लगाई थी. यह अपील सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर की गई, जिसने मामले को और अधिक ध्यान में लाया.
भारत सरकार की सक्रियता
विदेश मंत्रालय ने इस मामले में सक्रिय भूमिका निभाई है. मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, "हम मामले पर लगातार नजर रख रहे हैं और हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं. हम इस मुद्दे पर कुछ मित्र देशों की सरकारों के संपर्क में भी हैं." मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि वह निमिषा के मामले में सभी संभव कूटनीतिक प्रयास कर रहा है.