उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की सुरक्षा में बदलाव! अब से CRPF संभालेगी आंतरिक और दिल्ली पुलिस बाहरी घेरा
ये कदम गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा इंटेलिजेंस ब्यूरो से मिली जानकारी के आधार पर खतरों का एक नया आकलन करने के बाद उठाया गया है. इस समीक्षा के बाद, एमएचए ने सीआरपीएफ को उपराष्ट्रपति की निजी सुरक्षा संभालने का निर्देश दिया. हालाँकि एक मौखिक आदेश पहले ही जारी किया जा चुका है, अधिकारियों ने कहा कि लिखित अधिसूचना का अभी इंतज़ार है.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) अब भारत के उपराष्ट्रपति की 'Z+' श्रेणी की सुरक्षा संभालेगा. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, गृह मंत्रालय (MHA) ने खुफिया ब्यूरो की जानकारी के आधार पर खतरे का आकलन करने के बाद यह फैसला लिया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के विशेष वीआईपी सुरक्षा दस्ते के सशस्त्र कमांडो अब देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पदाधिकारी की निकट सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होंगे. अधिकारियों ने बताया कि मौखिक आदेश जारी हो चुका है, लेकिन लिखित अधिसूचना का इंतजार है.
CRPF को सौंपी गई उपराष्ट्रपति की सुरक्षा
नई सुरक्षा व्यवस्था के तहत दिल्ली पुलिस पहुंच नियंत्रण, परिधि जांच और बाहरी घेरा संभालती रहेगी, जबकि सीआरपीएफ उपराष्ट्रपति की निकट सुरक्षा का दायित्व निभाएगा. सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ बुधवार, 10 सितंबर 2025 तक यह जिम्मेदारी औपचारिक रूप से संभाल सकता है. यह व्यवस्था यह सुनिश्चित करेगी कि उपराष्ट्रपति को किसी भी संभावित खतरे से पूरी सुरक्षा मिले.
'Z+' सुरक्षा का मतलब
दरअसल, 'Z+' भारत में सबसे उच्च स्तरीय सुरक्षा श्रेणियों में से एक है, जिसमें 55 से ज्यादा सशस्त्र कर्मी, कमांडो, एस्कॉर्ट और सहायक स्टाफ तैनात किए जाते हैं. इस कैटागिरी के तहत तैनात कर्मी आतंकवाद-रोधी अभियानों, निकट युद्ध, निकासी अभ्यास और उच्च-खतरे की प्रतिक्रिया में प्रशिक्षित होते हैं. यह सुरक्षा व्यवस्था संवैधानिक पदाधिकारियों को अत्यधिक जोखिम से बचाने के लिए डिज़ाइन की गई है.
ब्लू बुक प्रोटोकॉल के तहत बदलाव
यह बदलाव संशोधित ब्लू बुक दिशानिर्देशों के अनुरूप है, जो शीर्ष संवैधानिक हस्तियों की सुरक्षा के लिए विस्तृत नियमावली प्रदान करता है. सीआरपीएफ पहले से ही कई उच्च-जोखिम वाली हस्तियों की सुरक्षा संभाल रहा है और अब उपराष्ट्रपति के लिए भी यही व्यवस्था लागू करेगा.
सीपी राधाकृष्णन बनें देश के नए उपराष्ट्रपति
गौरतलब है कि, सीपी राधाकृष्णन को भारत का 15वां उपराष्ट्रपति चुना गया है. उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनाव में 452 मत हासिल किए, जबकि विपक्षी उम्मीदवार बी सुधर्शन रेड्डी को 300 मत मिले. रिटर्निंग ऑफिसर पीसी मोदी ने बताया कि कुछ विपक्षी सदस्यों ने राधाकृष्णन के पक्ष में क्रॉस-वोटिंग की. भाजपा नेताओं का दावा है कि कम से कम 15 विपक्षी सदस्यों ने एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया. राधाकृष्णन का राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव राज्यसभा के पदेन सभापति के रूप में उनकी भूमिका को और प्रभावी बनाएगा.