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India Daily

Operation Sindoor MEA Press Conference: तुर्की के ड्रोन से पाकिस्तान ने किया हमला, भारत के सैन्य ठिकाने थे निशाना

कर्नल सोफिया कुरैशी ने विदेश मंत्रालय की प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया कि पाकिस्तान ने भारत के शहरों को निशाना बनाने के लिए लगभग 300 से 400 ड्रोन तैनात किए.

Operation Sindoor MEA Press Conference
Courtesy: Social media

भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे सैन्य तनाव के बीच विदेश मंत्रालय ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर एक स्पेशल मीडिया ब्रीफिंग की. इस दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी ने खुलासा किया कि पाकिस्तान ने भारत के शहरों को निशाना बनाने के लिए लगभग 300 से 400 ड्रोन तैनात किए.

उन्होंने कहा,  'पाकिस्तान ने भारत के शहरों पर हमला करने के लिए 300 से 400 ड्रोन का इस्तेमाल किया.' उन्होंने बताया कि आधिकारिक रूप से पुष्टि हुई है कि ये सभी ड्रोन तुर्की में बने थे. इनका निशाना भारत के सैन्य ठिकाने थे.

भारतीय सेना ने जिम्मेदारी से दिया जवाब

कर्नल कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने तंगधार, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी जैसे क्षेत्रों में भारी कैलिबर की तोपों और ड्रोनों का उपयोग किया. इसके अलावा, बठिंडा सैन्य अड्डे पर ड्रोन हमले की कोशिश को भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया. इन हमलों के दौरान भारतीय सेना के कई जवान घायल हुए. भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने यह कायराना हरकत की. 

तुर्की निर्मित ASISGUARD सोंगर ड्रोन से किया भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पुष्टि की कि 8 से 9 मई 2025 की रात को पाकिस्तानी सेना ने पश्चिमी सीमा के साथ कई बार भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया. इस दौरान पाकिस्तान ने सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की. सिंह ने बताया कि पाकिस्तान ने तुर्की निर्मित ASISGUARD सोंगर ड्रोन का उपयोग किया. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने तुर्की निर्मित ASISGUARD सोंगर ड्रोन का इस्तेमाल किया.'  ये ड्रोन अपनी उन्नत हमला और निगरानी क्षमताओं के लिए जाने जाते हैं, जो पाकिस्तान की आक्रामक रणनीति को दर्शाते हैं.

सुदर्शन चक्र S-400 से किया पाकिस्तान के हमले को नाकाम

पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) के साथ भारी कैलिबर के हथियारों से गोलीबारी की. यह हमला तंगधार, उरी, पुंछ, और राजौरी जैसे क्षेत्रों में देखा गया, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया. भारतीय सेना ने इन हमलों का जवाब देते हुए पाकिस्तानी ड्रोनों को नष्ट किया, जिसमें भारत की S-400 सुदर्शन चक्र एयर डिफेंस सिस्टम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सिंह ने खुलासा किया कि पाकिस्तान नागरिक विमानों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है, जबकि नागरिक हवाई क्षेत्र खुला है. 

भारत की तैयारी का अंदाजा लगाना था उद्देश्य

विंग कमांडर सिंह ने बताया कि इन बड़े पैमाने पर हवाई घुसपैठ का संभावित उद्देश्य भारत की वायु रक्षा प्रणालियों का परीक्षण करना और खुफिया जानकारी एकत्र करना था. पाकिस्तान की यह रणनीति भारत की रक्षा तैयारियों को परखने की कोशिश थी, लेकिन भारतीय सेना की त्वरित कार्रवाई ने इन प्रयासों को विफल कर दिया.