कोलकाता में भव्य भगवद्गीता पाठ का आयोजन, पांच लाख भक्त होंगे शामिल

7 दिसंबर, 2025 को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में पांच लाख लोग ‘पंच लाखों कोटि गीता पाठ’ कार्यक्रम में शामिल होंगे. 2,000 से अधिक संत और साधु गीता के तीन प्रमुख अध्यायों का पाठ करेंगे.

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Kuldeep Sharma

कोलकाता का ब्रिगेड परेड ग्राउंड 7 दिसंबर को एक विशाल आध्यात्मिक आयोजन का गवाह बनेगा. ‘पंच लाखों कोटि गीता पाठ’ में दो हजार से अधिक संत और साधु गीता के तीन अध्यायों का पाठ करेंगे. 

पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में भक्त आने की उम्मीद है. विशेष ट्रेन सेवाओं और सुरक्षा उपायों की व्यवस्था की जा रही है. राजनीतिक रूप से भी यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण है, क्योंकि राज्य में अगले साल चुनाव होने हैं और इस आयोजन में भाजपा के नेता भी शामिल होंगे.

पांच लाख भक्तों की उपस्थिति का अनुमान

इस वर्ष ‘पंच लाखों कोटि गीता पाठ’ कार्यक्रम में ब्रिगेड परेड ग्राउंड में पांच लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है. आयोजकों का कहना है कि सभी को सुरक्षित तरीके से बैठाने और मार्गदर्शन देने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. मुख्य आकर्षण संत और साधु होंगे, जो गीता के तीन प्रमुख अध्यायों का पाठ करेंगे और भक्तों के साथ ध्यान साधना करेंगे.

तीन प्रमुख अध्यायों पर केंद्रित पाठ

कार्यक्रम में भगवद गीता के तीन अध्यायों को विशेष रूप से पढ़ा जाएगा. ये अध्याय जीवन, धर्म और कर्तव्य के महत्व को समझाते हैं. आयोजकों का कहना है कि इस आयोजन का उद्देश्य भक्तों को आध्यात्मिक शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक और नैतिक संदेश देना भी है. भक्तों को इसके लिए पहले से तैयार किया गया है ताकि वे सामूहिक पाठ में शामिल हो सकें.

राजनीतिक और सामाजिक संकेत

इस आयोजन को सिर्फ आध्यात्मिक दृष्टि से नहीं देखा जा रहा है. भाजपा के कई नेता इसमें शामिल होंगे, जिससे यह साफ संदेश जाता है कि चुनाव से पहले हिंदू वोटरों से जुड़ने का प्रयास हो रहा है. राज्य में हाल ही में राजनीतिक और सामाजिक तनाव रहे हैं, ऐसे में यह कार्यक्रम चुनावी रणनीति और धार्मिक संवाद दोनों पर असर डाल सकता है.

सुरक्षा और परिवहन व्यवस्था

भक्तों की बड़ी संख्या को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और परिवहन की कड़ी व्यवस्था की है. विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी और कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा. आयोजकों ने कहा कि हर भक्त की सुरक्षा, बैठने और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा. आपातकालीन सेवाओं और मेडिकल सहायता की भी व्यवस्था की गई है.

धर्म और राजनीति का संतुलन

विशेषज्ञों का कहना है कि यह आयोजन धर्म और राजनीति के मिश्रण का प्रतीक है. गीता पाठ के माध्यम से आध्यात्मिक संदेश देने के साथ-साथ राजनीतिक दृष्टि से यह कार्यक्रम ध्यान आकर्षित कर रहा है. बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं, और इस कार्यक्रम की छवि धार्मिक और चुनावी रणनीति दोनों पर असर डाल सकती है.