पीएम मोदी-अमित शाह का AI वीडियो बनाना AAP को पड़ा महंगा, दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR

आम आदर्मी पार्टी के ऊपर नॉर्थ एवेन्यू पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है. इस बार पार्टी के ऊपर एक्स हैंडल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की एआई-जनरेटेड तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करने के मामले में दर्ज की गई है. 

Social Media
Shanu Sharma

FIR Against AAP: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी पर मुसीबत का पहाड़ गिरता नजर आ रहा है. दिल्ली पुलिस की ओर से मंगलवार को आप के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक यह मामला आप के आधिकारिक एक्स हैंडल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की एआई-जनरेटेड तस्वीरें और वीडियो पोस्ट करने के मामले में दर्ज की गई है. 

आम आदमी पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया पर पीएम मोदी और अमित शाह की एआई-जनरेटेड आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो शेयर किए जाने के मामले में नॉर्थ एवेन्यू पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है. जिसमें बताया गया कि यह वीडियो पार्टी द्वारा 13 जनवरी को शेयर की गई थी. हालांकि इसे लेकर कोई आधिकारीक जानकारी सामने नहीं आई है.

क्या है पूरा मामला?

आप द्वारा शेयर किया गया वीडियो एआई-डीपफेक तकनीक की मदद से तैयार किया गया है. एक वीडियो में 90 के दशक की बॉलीवुड फिल्म का एक दृश्य दिखाया गया था. जिसमें विलेन के चेहरे को भाजपा नेताओं के चेहरे से बदल दिया गया था. इसके साथ ऑडियो को भी वीडियो के अंदर बदल दिया गया था. इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने कहा कि आप के इस हरकत के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. साथ ही इसकी जांच भी शुरू कर दी गई है. FIR में कहा गया कि पार्टी द्वारा यह वीडियो प्रधानमंत्री कार्यालय को बदनाम करने के लिए बनाया गया था. हालांकि इस मामले से हटकर आप के खिलाफ बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों पर भड़काऊ बयान देने के भी आरोप है. इस मामले की शिकायत करते हुए कहा गया कि आप नेताओं ने समुदायों के बीच तनाव पैदा करने के इरादे से भेदभावपूर्ण बयान दिया है. जो की जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के खिलाफ है. 

आप ने दी प्रतिक्रिया

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ भी मंगलवार को मामला दर्ज किया गया. जिसमें कहा गया की सीएम आतिशी ने चुनाव के ऐलान के बाद सरकारी गाड़ी का अपने व्यक्तिगत काम के लिए इस्तेमाल कर के आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है. हालांकि आम आदमी पार्टी की ओर से इन सभी आरोपों को तथ्यहीन और गलत बताया गया है. पार्टी का कहना है कि चुनाव से पहले पार्टी को इन सभी केसों में फंसा कर बीजेपी उनका ध्यान भटकाना चाहती है.