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Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस का किला ढहाने को तैयार है बीजेपी का प्लान, जानें कैसे दिग्गजों के गढ़ में करेगी सेंधमारी

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव में मिशन 370 की तैयारी में जुटी बीजेपी इन दिनों मध्य प्रदेश में बड़ी सेंधमारी कर रही है. बीजेपी की यह कोशिश है कि आगामी चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और जीतू पटवारी के गढ़ में कांग्रेस को कमजोर कर दी जाए.

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Edited By: Jitendra Sharma
Lok Sabha Elections 2024, BJP

Lok Sabha Elections 2024: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अब सियासी तपिश तेज हो चुकी है. तमाम राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत से चुनावी मैदान में दो-दो हाथ करने के लिए कमर कसे हुए हैं. इसी बीच मिशन 370 में जुटी बीजेपी बड़े पैमाने पर कांग्रेस में सेंधमारी कर रही है. मघ्य प्रदेश में बीजेपी ने मुख्य रूप से दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और जीतू पटवारी के गढ़ में सेंधमारी की है. मिशन लोटस के तहत बीजेपी कई हजार कांग्रेसियों को अपने पाले में शामिल करने का मन बना लिया है.

मध्य प्रदेश कांग्रेस में इन दिनों मची भगदड़ के चलते पार्टी के नेताओं के माथे की चिंता की लकीर साफ-साफ दिखाई दे रही है. लोटस मिशन के तहत बीजेपी इन दिनों कांग्रेस में जमकर सेंधमारी कर रही है. बीजेपी की कोशिश है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस के एक खेमे को खत्म कर दिया जाए. बीजेपी इन दिनों कांग्रेस के तीन बड़े नेता दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और जीतू पटवारी पर फोकस कर रखी है. बीजेपी हर समय इसी कोशिश में है कि इन नेताओं के गढ़ में पार्टी को कैसे कमजोर किया जाए.

इन नेताओं को कमजोर करने में जुटी बीजेपी

दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और जीतू पटवारी को अपने क्षेत्रों में कमजोर करने के लक्ष्य पर बीजेपी काम कर रही है. इसी कड़ी में बीजेपी इन नेताओं के गढ़ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं पर डोरे डाल रही है. इससे पहले बीजेपी ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दो बड़े नेता ज्योतिराज सिंधिया और सुरेश पचौरी को अपने पाले में शामिल कराके कांग्रेस को बड़ी चोट दी है. बता दें कि बीजेपी ने 2019 में ज्योतिराज सिंधिया को तो वहीं अब सुरेश पचौरी गुट को अपने खेमे में शामिल कर लिया है. आइए समझते हैं दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और जीतू पटवारी के गढ़ में किन-किन नेताओं ने कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी का दामन थामा है. 

इन नेताओं के जाने से जीतू पटवारी को झटका

हाल में ही कांग्रेस के सीनियर लीडर पंकज सिंघवी, कांग्रेस के पूर्व विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल, अंतर सिंह दरबार, इंदौर जिला अध्यक्ष जया तिवारी सहित कई लोगों ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. माना जा रहा है इन नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के बाद जीतू पटवारी की इंदौर मालवा में सियासी जमीन कमजोर हो गई है. 

दिग्विजय सिंह के गढ़ के इन नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ा 

कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के गढ़ राजगढ़ पर भी बीजेपी  इन दिनों फोकस कर रखी है. बीजेपी का दावा है कि पिछले 2 महीने के दौरान दिग्विजय सिंह की करीबी मोना सुस्तानी, राजगढ़ के सारंगपुर नगर पालिका उपाध्यक्ष समेत 500 कांग्रेसी बीजेपी की सदस्यता ले चुके हैं. इससे पहले दिग्विजय सिंह की करीबी मोना सुस्तानी ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था.

कमलनाथ के गढ़ से भी कई नेता बीजेपी में शामिल

कमलनाथ के गढ़ की अगर हम बात करें तो छिंदवाड़ा में भी बीजेपी ने बड़े पैमाने पर कांग्रेस में सेंधमारी की है. छिंदवाड़ा के कांग्रेस पार्षद, चुराई विधानसभा के पूर्व विधायक गंभीर सिंह, किसान कांग्रेस अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बीते दिनों कमलनाथ के वफादार और काफी करीबी माने जाने वाले सैयद जाफर ने भी बीजेपी का दामन थाम दिया है.

14 हजार से ज्यादा कांग्रेसी बीजेपी में शामिल 

बीजेपी नेताओं का दावा है कि बीते दो महीनों में एक मौजूदा महापौर, दो पूर्व सांसद, एक दर्जन से ज्यादा पूर्व विधायक, पूर्व एवं मौजूदा कई जिला अध्यक्ष समेत 14 हजार से अधिक कांग्रेसियों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. इन नेताओं के बीजेपी में शामिल होने पर कांग्रेस नेताओं ने तर्क दिया है कि बीजेपी में वही नेता गए हैं जिन्हें पार्टी ने पहले से ही निष्कासित कर दिया है.