Rajya Sabha Election 2024: राज्यसभा चुनाव में खेल कर गए कमलनाथ और दिग्विजय सिंह, जानें कैसे राहुल गांधी के कैंडिडेट को किया दरकिनार
Rajya Sabha Election 2024: राज्यसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश से कांग्रेस ने एक उम्मीदवार की घोषणा की है. बड़ी बात ये है कि राहुल गांधी जिसे राज्यसभा भेजना चाहते थे उन्हें कैंडिडेट नहीं बनाया गया.
Rajya Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में पांच सीटों के लिए राज्यसभा के चुनाव होने हैं. बीजेपी ने चार और कांग्रेस ने एक सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं. कांग्रेस ने अशोक सिंह को उम्मीदवार बनाया है. बड़ी बात ये है कि अशोक सिंह दिग्विजय सिंह की पसंद हैं और ये राहुल गांधी की पसंद पर भारी पड़े हैं. राहुल गांधी चाहते थे किसी और को लेकिन कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के आगे उनकी एक न चली.
राहुल गांधी अपने करीबी मीनाक्षी नटराजन को राज्यसभा चुनाव में कैंडिडेट बनाना चाहते थे. लेकिन दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने अपना पूरा दम अशोक सिंह के पीछे लगा दिया. कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व मीनाक्षी नटराजन के नाम पर अड़ा था. आखिरकार बाजी अशोक सिंह ने मार ली. दिग्विजय सिंह और कमलनाथ की जोड़ी ने अपनी बात मनवा ली.
अशोक सिंह को तवज्जो क्यों?
अशोक सिंह ग्वावियर से चार बार लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं. इसके बाद भी उनके समर्थकों का तर्क है कि वह एक कड़े मुकाबले वाले निर्वाचन क्षेत्र में कम अंतर से दूसरे स्थान पर आए थे. मध्य प्रदेश कांग्रेस में उनकी अच्छी पकड़ है. ज्योतिरादित्य सिंधिया का कड़ा विरोध के कारण भी उन्हें प्राथमिकता दी गई है. सिंधिया के बाहर निकलने और हालिया विधानसभा चुनावों में प्रमुख नेताओं की हार के बाद पार्टी अब ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में अपनी धाक फिर से जमाने की जुगत में है.
मीनाक्षी नटराजन को कैंडिडेट बनाना चाहते थे राहुल गांधी
अशोक सिंह को दिग्विजय सिंह का वफादार माना जाता है. कमलनाथ ने भी उनका समर्थन किया. पार्टी के अंदर एक धड़ा अशोक सिंह के नाम पर राजी नहीं था, लेकिन अंत में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी ने बाजी मार ली. दूसरी ओर, राहुल गांधी ने मीनाक्षी नटराजन को राज्यसभा के लिए प्राथमिकता दी थी. नटराजन ने पहले 2009 में मंदसौर लोकसभा सीट जीती थी, लेकिन उसके बाद से उन्हें लगातार चुनावों में हार का सामना करना पड़ा.