Heatwave In Kashmir: 70 साल बाद श्रीनगर में गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड, एसी-कूलर की बढ़ी डिमांड

कश्मीर में इस बार गर्मी ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. जून का महीना 50 सालों में सबसे गर्म रहा और जुलाई में पारा 37.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो 70 साल का रिकॉर्ड है. इस तेज गर्मी ने लोगों को गर्म पानी में नहाने और एसी की ओर आकर्षित किया है.

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Princy Sharma

Heatwave In Kashmir: कश्मीर में इस बार गर्मी ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. पिछले कुछ वर्षों से कश्मीर का मौसम बहुत गर्म होता जा रहा है और इस बार तो जून का महीना 50 सालों में सबसे गर्म रहा. जुलाई आते ही पारा 37.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो 70 साल का रिकॉर्ड तोड़ने के बराबर है. कश्मीर का यह तापमान अब गर्मी से बचने के लिए लोगों को गर्म पानी में नहाने और एयर कंडीशनर (एसी) की ओर मोड़ रहा है. 

मौसम विभाग ने भी श्रीनगर में भारी गर्मी की चेतावनी दी है और कहा कि राहत मिलने की संभावना कम है. ऐसे में लोग गर्मी से बचने के लिए नदी-झीलों में नहा रहे हैं, जबकि एयर कंडीशनर और कूलर की डिमांड इतनी बढ़ गई है कि दुकानदारों के पास स्टॉक खत्म हो रहे हैं. अब श्रीनगर के लोग एसी को लग्जरी आइटम नहीं, बल्कि एक आवश्यकता मानने लगे हैं.

स्कूल की टाइमिंग बदली

स्कूलों में भी गर्मी को देखते हुए पढ़ाई का तरीका बदला गया है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने कश्मीर में मंगलवार से स्कूल खोलने का फैसला किया है, लेकिन स्कूल की टाइमिंग बदल दी गई है. सुबह 7:30 से 11:30 बजे तक शहरी क्षेत्रों में स्कूल चलेंगे और ग्रामीण क्षेत्रों में 8:00 बजे से 12:00 बजे तक. इसके बाद 1 घंटे का ब्रेक होगा और ऑनलाइन कक्षाएं ली जाएंगी.

हाइब्रिड मॉडल को अपनाने का फैसला

लेकिन, इस बदलाव का विरोध भी हुआ है. पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती ने इस आदेश को 'क्रूर' करार दिया है, और कहा कि बच्चों को गर्मी में सुबह-सुबह स्कूल भेजना गलत है, खासकर तब जब कई सरकारी स्कूलों में पंखे तक नहीं होते. इसके बावजूद, सरकार ने हाइब्रिड मॉडल को अपनाने का फैसला किया है.