हो गया पक्का! 20 फरवरी को इतने बजे मिलेगा दिल्ली को नया CM, निमंत्रण पत्र ने उठाया शपथ समारोह कार्यक्रम के स्थान और समय से पर्दा
दिल्ली में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का समय एक बार फिर से बदल दिया गया है. यह समारोह गुरुवार, 20 फरवरी को दोपहर 12:00 बजे होगा. यह कार्यक्रम सुबह 11:15 बजे शुरू होगा और 12:25 बजे समाप्त होगा.
Chief Minister Oath Ceremony Program: दिल्ली में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का समय एक बार फिर से बदल दिया गया है. यह समारोह गुरुवार, 20 फरवरी को दोपहर 12:00 बजे होगा. यह कार्यक्रम सुबह 11:15 बजे शुरू होगा और 12:25 बजे समाप्त होगा. पहले यह समारोह 11:00 बजे निर्धारित था. इस बीच, रामलीला मैदान में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और एसपीजी ने सुरक्षा व्यवस्था अपने नियंत्रण में ले ली है.
शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना मुख्यमंत्री को शपथ दिलवाएंगे. रामलीला मैदान में 30,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा, तीन बड़े स्टेज तैयार किए गए हैं:
- पहला और सबसे बड़ा मंच – यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उपराज्यपाल और दिल्ली के मुख्यमंत्री बैठेंगे.
- दूसरा मंच – इस पर विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं के लिए स्थान आरक्षित किया गया है.
- तीसरा मंच – इसमें दिल्ली के मौजूदा सांसद और नवनिर्वाचित विधायक बैठेंगे.
फिल्मी सितारों को मंच के नीचे विशेष स्थान दिया गया है. इस समारोह में 30,000 से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया है.
बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक आज
जानकारी के मुताबिक, 19 फरवरी को सुबह 11:30 बजे बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होगी, जिसमें दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा होगी. यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर सुबह 10:30 बजे होने वाली केंद्रीय कैबिनेट बैठक के बाद आयोजित की जाएगी. फिलहाल मुख्यमंत्री पद को लेकर स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुई है. कई संभावित नामों पर चर्चा जारी है. विधायक दल की बैठक के बाद, जिसे मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपी जाएगी, वही शपथ ग्रहण करेगा.
इसके साथ ही बता दें की 11 फरवरी को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने दिल्ली के 10 नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात की थी. इनमें विजेंद्र गुप्ता, रेखा गुप्ता, अरविंदर सिंह लवली, अजय महावर, सतीश उपाध्याय, शिखा राय, अनिल शर्मा, डॉ. अनिल गोयल, कपिल मिश्रा और कुलवंत राणा शामिल थे. इन्हीं विधायकों में से 3 से 4 नाम मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदार बताए जा रहे हैं.