अब खून के आंसू रोएगा पाकिस्तान, पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम

विश्व मुस्लिम लीग, ईरान और यूएई जैसे देशों ने भी इस हमले की निंदा की है. भारत का यह फैसला क्षेत्रीय स्थिरता और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

Imran Khan claims

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. बैसारन मीडोज में हुए इस हमले में 28 लोगों की जान चली गई, जिनमें दो विदेशी पर्यटक (इजरायल और इटली) और कई भारतीय नागरिक शामिल थे. आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छद्म समूह रेसिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली. इस घटना ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक नया तनाव पैदा कर दिया है.

भारत का कड़ा फैसला
पहलगाम हमले के ठीक एक दिन बाद, बुधवार को भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 में हुई सिंधु जल संधि को निलंबित करने का ऐतिहासिक फैसला लिया. विदेश मंत्रालय ने घोषणा की, "भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है." इसके साथ ही, वाघा-अटारी सीमा को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा निलंबित कर दिए गए, और पाकिस्तान में भारतीय मिशनों से राजनयिकों को वापस बुला लिया गया. विदेश सचिव ने कहा, "पाकिस्तानी सेना के सलाहकारों को भारत में अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है."

सरकार का सख्त रुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा बीच में छोड़कर वापस लौटते ही सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीएस) की बैठक बुलाई. इस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई का संकल्प लिया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा. यह कदम पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर अडिग है.

वैश्विक प्रतिक्रिया
विश्व मुस्लिम लीग, ईरान और यूएई जैसे देशों ने भी इस हमले की निंदा की है. भारत का यह फैसला क्षेत्रीय स्थिरता और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

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