'रुक-रुककर नहीं...', ट्रंप के टैरिफ बम के बीच अमेरिका से ट्रेड को लेकर विदेश मंत्रालय ने बताई रणनीति
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच व्यापार मुद्दों पर संवाद लगातार जारी है. उन्होंने क्वाड को साझा हितों पर चर्चा का महत्वपूर्ण मंच बताया. वहीं, यूक्रेन संघर्ष पर भारत ने हाल के शांति प्रयासों का स्वागत करते हुए जल्द संघर्ष खत्म कर स्थायी शांति स्थापित करने की अपील की.
नई दिल्ली में गुरुवार को विदेश मंत्रालय (MEA) की साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार से जुड़े मुद्दों पर लगातार संवाद जारी है.उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों देशों के बीच इन विषयों पर बातचीत रुक-रुक कर नहीं बल्कि नियमित रूप से चल रही है.
इसके साथ ही मीडिया ने डोनाल्ड ट्रंप की उस पोस्ट पर सवाल किया, जिसमें उन्होंने भारत, रूस और चीन का जिक्र किया था. इस पर प्रवक्ता रनधीर जायसवाल ने टिप्पणी करने से साफ इंकार कर दिया. लेकिन उन्होंने यह जरूर बताया कि भारत-अमेरिका संबंध भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं और कई मोर्चों पर लगातार संवाद और सहयोग जारी है.
ट्रंप की टिप्पणी पर 'नो कमेंट'
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा था 'लगता है हमने भारत और रूस को चीन के हवाले कर दिया है. उन्हें लंबा और समृद्ध भविष्य मुबारक हो.' यह बयान शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के कुछ दिनों बाद आया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल हुए थे. इस पर MEA प्रवक्ता ने कहा 'इस पोस्ट पर इस समय मेरे पास कोई टिप्पणी नहीं है.'
भारत-अमेरिका रिश्तों की अहमियत
रनधीर जायसवाल ने साफ किया कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध बेहद अहम हैं. उन्होंने कहा कि यह संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, आपसी हितों और लोगों के बीच गहरे रिश्तों पर आधारित हैं. दोनों देशों ने समय-समय पर कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन साझेदारी और मजबूत हुई है. उन्होंने हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि अलास्का में भारत और अमेरिका का संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा है और कुछ दिन पहले 2+2 वार्ता भी आयोजित हुई थी.
व्यापार, क्वाड और कूटनीति
व्यापार से जुड़े सवाल पर MEA प्रवक्ता ने कहा कि भारत लगातार अमेरिका के साथ जुड़ा हुआ है और वार्ता जारी है. उन्होंने क्वाड को भी बेहद उपयोगी मंच बताया, जहां चारों सदस्य देश साझा हितों पर चर्चा करते हैं. जायसवाल ने कहा कि क्वाड का शिखर सम्मेलन सदस्य देशों की कूटनीतिक बातचीत से तय होता है और भारत इसमें सक्रिय भूमिका निभाता है.
यूक्रेन संघर्ष पर भारत की स्थिति
यूक्रेन युद्ध को लेकर जायसवाल ने कहा कि भारत सभी हालिया शांति प्रयासों का स्वागत करता है. उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी पक्ष रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ेंगे. भारत चाहता है कि युद्ध जल्द से जल्द खत्म हो और स्थायी शांति स्थापित हो. वहीं, भारत सरकार का यह भी कहना है कि किसी तीसरे देश की नजर से भारत के रिश्तों को नहीं देखा जाना चाहिए.
अमेरिका की टैरिफ नीति और भारत का रुख
रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया है और रूस से तेल आयात करने पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त दंडात्मक शुल्क भी लगाया है. इस पृष्ठभूमि में ट्रंप का बयान आया, जिसे लेकर भारत ने आधिकारिक प्रतिक्रिया देने से परहेज किया. हालांकि, MEA ने यह दोहराया कि भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंध अपनी स्वतंत्र अहमियत रखते हैं और इन्हें किसी तीसरे देश के चश्मे से नहीं देखा जा सकता.
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