इमरान खान ने जेल में रहकर दिखाई हैसियत, सेना के विरोध के बीच चुनाव में बढ़त

पाकिस्तान चुनाव में अब तक के जो नतीजे आए हैं उसमें पीटीई बढ़त बनाए हुए है. इमरान खान ने जेल में रहते हुए बड़ा खेल कर दिया है.

India Daily Live

नई दिल्ली: पाकिस्तान चुनाव में इमरान खान ने नया इतिहास लिखा है. सेना से सीधी टक्कर के बाद भी वह चुनाव में किंगमेकर बनकर उभरे हैं. इमरान खान की पार्टी समर्थित उम्मीदार सबसे आगे चल रह हैं. अब तक के जो नतीजे आए हैं उसमें पीटीई बढ़त बनाए हुए है. इमरान की पार्टी के समर्थित उम्मीदवारों ने सेना की पसंद माने जा रहे पीएमएलएन चीफ नवाज शरीफ की पार्टी को फिलहाल रेस में पीछे छोड़ दिया है. 

पीटीआई ने किया सरकार बनाने का दावा

नतीजे देखकर गदगद पीटीआई नेता सरकार बनाने का दावा कर रह हैं. पीटीआई ने नवाज शरीफ की पार्टी मुस्लिम लीग-नवाज के साथ गठबंधन करने से मना कर दिया है. पार्टी के नेता गोहर ने 150 सीटें जीतने का दावा किया है. PTI समर्थक चुनाव में धांधली का आरोप लगा रहे हैं. नतीजे स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं. यहां प्रदर्शन हो रहे हैं . इस बीच गोलीबारी में एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है. जबकि 8 से 10 लोग घायल हैं.

जेल से दिखाई अपनी हैसियत

सेना से बगावत के बाद इमरान खान पर कई मुकदमें किए गए. कई मामलों में कोर्ट में उनपर सुनवाई के बाद सजा दी गई. यहां तक की चुनाव आयोग ने इमरान खान की पार्टी पीटीआई के चुनाव चिह्न बैट को रद्द कर दिया था. फिर इमरान खान ने अपने उम्मीदवारों को निर्दलिय चुनाव में उतारा. अब यही निर्दलीय सेना का गेम बिगाड़ सकते हैं. पाकिस्ता की राजनीति को समझने वालों का कहना है कि इमरान खान ने जेल में रहते हुए सेना को अपनी हैसियत दिखा दी है. 

8 अक्टूबर को हुआ चुवान

पाकिस्तान में 8 अक्टूबर को चुनाव हुए. इस दौरान कई जगहों पर हिंसा हुई. देश भर में इंटरनेट सेवा बाधित रही. प्रशासन को डर था कि चुनाव में जो भी होगा, वो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाएगा इसलिए उन्होंने इंटरनेट बंद कर  दिया. पाकिस्तान में नेशनल असेंबली और प्रांतीय चुनाव के लिए वोटिंग खत्म होने के बाद काउंटिंग जारी है. मतदान गुरुवार सुबह 8:30 बजे शुरू हुआ और शाम 5:30 बजे तक चला. 

बहुमत के लिए कितनी सीट चाहिए?

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं. इनमें से 265 सीटों पर चुनाव हुए. एक सीट पर चुनाव टाल दिए गए हैं. 60 सीटें महिला के लिए और 10 अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित है. सरकार बनाने के लिए 134 सीटों की जरूरी है. मुख्य रूप से 3 पार्टियों के बीच मुकाबला है. इनमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ, और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी  शामिल हैं.