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बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया का बढ़ा खतरा, तमिलनाडु के इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया के कारण तमिलनाडु, केरल, अंडमान और पुडुचेरी में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. चेन्नई और तमिलनाडु के कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है.

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Edited By: Km Jaya
Heavy rainfall India daily
Courtesy: Pinterest

नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी में बना नया लो प्रेशर एरिया एक बार फिर दक्षिण भारत के मौसम को प्रभावित कर सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि 22 नवंबर को मलक्का स्ट्रेट और दक्षिण अंडमान सागर के पास एक नया लो प्रेशर एरिया बन गया है. यह सिस्टम पश्चिमोत्तर दिशा में बढ़ते हुए 24 नवंबर तक अवसाद में बदल सकता है. 

मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 48 घंटे में यह सिस्टम और अधिक मजबूत हो सकता है और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा. हालांकि विशेषज्ञ अभी यह साफ नहीं कर पा रहे हैं कि यह सिस्टम चक्रवात में बदलेगा या नहीं. आईएमडी के इस अलर्ट के बाद कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका जताई गई है. 

किन जगहों पर है बारिश की संभावना?

मौसम विभाग के अनुसार अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल और माहे, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में रविवार को कई जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है. अंडमान और निकोबार द्वीपों के कुछ हिस्सों में गर्जना, बिजली और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली तेज हवाएं चलने की भी आशंका है.

किन जिलों में दिखेगा इसका प्रभाव?

चेन्नई के रीजनल मौसम केंद्र ने तमिलनाडु के कई जिलों के लिए येलो नाउकास्ट चेतावनी जारी की है. विभाग ने कहा है कि 23 नवंबर की सुबह कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ गर्जना और बिजली गिरने की संभावना है. जिन जिलों में सबसे अधिक प्रभाव रह सकता है, उनमें कन्याकुमारी, मयिलादुथुरै, नागपट्टिनम, तेनकासी और तिरुवरुर शामिल हैं. कराईकल क्षेत्र में भी बारिश की संभावना है.

मौसम विभाग ने क्या बताया?

इस लो प्रेशर सिस्टम के कारण रविवार सुबह पुडुचेरी में हल्की बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग का कहना है कि यह बारिश अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है. विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बनने वाले ऐसे सिस्टम नवंबर के महीने में दक्षिण भारत के लिए सामान्य हैं, लेकिन यह जानना जरूरी है कि यह अवसाद आगे कितनी तेजी से बढ़ता है. 

फिलहाल लोगों को सावधानी बरतने और मौसम विभाग के दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है.