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ठाणे पुलिस का मेगा ऑपरेशन! 200 ग्राम से कैसे खोला 12,000 करोड़ की ड्रग फैक्ट्री का राज, 12 गिरफ्तार

Thane Drug Bust: ठाणे की मीरा भयंदर पुलिस ने तेलंगाना में 12,000 करोड़ रुपये की ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने 32,000 लीटर कच्चा माल जब्त कर 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस ऑपरेशन की शुरुआत सिर्फ 200 ग्राम ड्रग्स की मामूली बरामदगी से हुई थी, जिसने देश के सबसे बड़े ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश कर दिया.

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Babli Rautela

Thane Drug Bust: ठाणे जिले की मीरा भयंदर पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. पुलिस ने तेलंगाना में चल रही एक विशाल ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए 12,000 करोड़ रुपये का कच्चा माल जब्त किया है. इस गिरोह के 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. खास बात यह है कि इस कार्रवाई की शुरुआत महज 25 लाख रुपये की कीमत वाली 200 ग्राम ड्रग्स की बरामदगी से हुई थी.

जांच के दौरान पुलिस की टीम तेलंगाना पहुंची, जहां उन्हें एक गुप्त ड्रग फैक्ट्री का पता चला. यहां से पुलिस ने एमडी ड्रग्स (मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथैम्फेटामाइन) बनाने में इस्तेमाल होने वाला करीब 32,000 लीटर कच्चा माल बरामद किया. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह फैक्ट्री बड़े पैमाने पर देशभर में ड्रग्स सप्लाई कर रही थी.

200 ग्राम ड्रग्स ने खोला 1200 करोड़ का राज

अब तक इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में आपूर्तिकर्ता, निर्माता और वितरक शामिल हैं. पुलिस का कहना है कि यह गिरोह अत्याधुनिक उपकरणों और कुछ कैमिकल की मदद से ड्रग्स तैयार कर रहा था. गिरोह के मास्टरमाइंड ने देशभर में सप्लाई चेन फैला रखी थी, जिससे पुलिस के लिए असली स्रोत तक पहुंचना बेहद मुश्किल हो गया था.

इससे पहले भी मीरा भयंदर पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी. पुलिस ने 22 करोड़ रुपये की कीमत वाली करीब 15 किलोग्राम कोकीन जब्त की थी और इसमें शामिल दो विदेशी नागरिकों समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इस कार्रवाई के बाद पुलिस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली थी.

देशभर में तस्करी नेटवर्क को बड़ा झटका

पुलिस अधिकारियों का मानना है कि 12,000 करोड़ रुपये की यह जब्ती देश में फैले ड्रग नेटवर्क के लिए एक बड़ा झटका है. मादक पदार्थों की इतनी बड़ी मात्रा का भंडाफोड़ हाल के सालों में पहली बार हुआ है. इससे न सिर्फ गिरोह का नेटवर्क कमजोर हुआ है बल्कि उनके भविष्य की सप्लाई चेन भी टूट गई है.

पुलिस का कहना है कि यह गिरोह बड़े स्तर पर काम कर रहा था और इसके तार देश के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ विदेशों तक जुड़े हो सकते हैं. जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस सिंडिकेट का मुख्य सरगना कौन है और ड्रग्स की सप्लाई किन-किन राज्यों तक की जाती थी.